मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश ATS द्वारा उठाये गए आतंकी अहमद रजा उर्फ शाहरुख उर्फ मोइनुद्दीन के घर का रिकार्ड भी ठीक नहीं है। बेटा आतंकी है तो बाप था इलाके का नामी हिस्ट्रीशीटर है। शाहरुख के पिता के खिलाफ लगभग 16 मुकदमे दर्ज हैं। बुढ़ापे में आकर बाप कुछ सुधरा तो बेटा आतंकवादी बन गया। मुरादाबाद के थाना मूंढापांडे के गांव गुलड़िया मिलक के रहने वाले आतंकी अहमद रजा उर्फ शाहरुख के घर इस वक्त उसकी मां और एक छोटी बहन ही हैं। शाहरुख तीन भाइयों में दूसरे नम्बर का लड़का है। बड़ा भाई रामपुर में डॉक्टर है जबकि छोटा भाई पढ़ाई कर रहा है। वहीं पिता अब खेती किसानी के काम में लगा रहता है।
शाहरुख की मां ने कहा कि हम उसे बेदखल कर चुके हैं। हमारा उससे कोई मतलब नहीं है। शाहरुख 13 साल की उम्र से ही घर से निकल गया था। उसने मदरसे में पढ़ाई की है। पास के संभल जिले में अमरोहा के उमरी के साथ-साथ अनेकों जगह रहा। सब जगह मदरसों में पढ़ा और उसने वहां पढ़ाया भी। इसके अलावा वो क्या करता था हमें बिल्कुल नहीं मालूम। कभी-कभी घर आता था। किसी से नहीं बोलता था। गांव के छोटे लड़कों के साथ उसका उठना बैठना था।
शाहरुख की बड़ी बहन ने कहा कि ये सब दाढ़ी की वजह से किया जा रहा है। अभी उसकी उम्र 21-22 साल की है। उनका भाई खेती किसानी करता है और खाली समय में बच्चों को पढ़ाता है। ये सब आरोप गलत हैं। गांव के कुछ लोगों ने कैमरे से परहेज करते हुए बताया कि शाहरूख बहुत होनरदार है। बिना प्लास्टर की दीवारों पर बिना सीढ़ी के चढ़ना जानता है। मकानों की एक मंजिल से ऐसे ही कूद जाता है। जब कभी गांव में आता है तो ये करतब दिखाता था। लेकिन शाहरुख कहां रह रहा है, क्या कर रहा है, ये किसी को नहीं मालूम।