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सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली विस्फोट में संलिप्त हर दोषी की तलाश करें : अमित शाह

नई दिल्ली, 11 नवंबर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण विस्फोट में संलिप्त प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें। इस धमाके में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।

गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमित शाह ने शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर घटना की विस्तृत जानकारी ली और जांच एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे “देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी तत्व को बख्शा न जाए।”

गृह मंत्री ने जताया शोक, पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन

अमित शाह ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा,

“दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट की घटना अत्यंत दुखद है। इस हादसे में जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। घायल नागरिकों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं। दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।”

गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा को मिलकर इस मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। दोनों एजेंसियों ने घटनास्थल से प्राप्त मलबे, वाहन के अवशेष और विस्फोटक सामग्री के नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे हैं।

आईएसआईएस से जुड़ी जांच की भी दिशा

सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में कुछ ऐसे संकेत मिले हैं जिनसे यह संदेह गहराता जा रहा है कि यह धमाका किसी आतंकी संगठन से जुड़ा हो सकता है। जांच एजेंसियां इस संबंध में दिल्ली और आसपास के इलाकों में संभावित आईएसआईएस नेटवर्क की जांच कर रही हैं।
उच्चतम न्यायालय ने इसी दिन एक अन्य मामले में आईएसआईएस से कथित रूप से जुड़े एक व्यक्ति की जमानत याचिका ठुकराते हुए कहा कि “देश में आतंक का घेरा बनाने वालों को किसी भी रूप में रियायत नहीं दी जा सकती।”

गृह मंत्रालय में आपात समीक्षा बैठक

गृह मंत्रालय में हुई समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा, एनआईए प्रमुख दिनेश त्रिपाठी और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में घटनाक्रम की समयरेखा, विस्फोट में प्रयुक्त तकनीक और इस्तेमाल हुए विस्फोटक की प्रकृति पर चर्चा की गई। सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में विस्फोटक के तौर पर RDX या PETN जैसे उच्च श्रेणी के पदार्थ के इस्तेमाल की आशंका जताई गई है।

अमित शाह ने एजेंसियों को यह भी निर्देश दिया कि वे दिल्ली-एनसीआर और सीमावर्ती राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाएं, खासकर रेलवे स्टेशनों, बस टर्मिनलों, मेट्रो नेटवर्क और भीड़भाड़ वाले बाजारों में अतिरिक्त चौकसी बरती जाए।

दिल्ली पुलिस और एनआईए ने संयुक्त अभियान शुरू किया

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा का गहन विश्लेषण किया जा रहा है।

“हमने इलाके की लगभग 70 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाली हैं। विस्फोट से ठीक पहले एक संदिग्ध कार पार्क की गई थी, जिसकी नंबर प्लेट फर्जी पाई गई है। फॉरेंसिक टीम कार के इंजन और चेसिस नंबर की पहचान में जुटी है।”

एनआईए ने इस मामले में आतंकवाद निरोधक अधिनियम (UAPA) के तहत केस दर्ज कर लिया है। एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के कुछ इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है

राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर शोक जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली प्रशासन के साथ मिलकर हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को प्रत्येक को दो लाख रुपये और घायलों को पचास हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की।

विपक्षी दलों ने भी इस घटना को लेकर चिंता व्यक्त की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह “दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी विफलता” है और केंद्र को पारदर्शी तरीके से जांच करनी चाहिए। वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली सरकार घायलों के उपचार में हर संभव सहयोग दे रही है और सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है।

सुरक्षा एजेंसियों पर बढ़ा दबाव

लाल किला और उसके आसपास का इलाका ऐतिहासिक और संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। यहां हर साल स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित होता है, ऐसे में यह विस्फोट राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरा है।
आईबी ने केंद्र को भेजी रिपोर्ट में कहा है कि “यह घटना किसी स्लीपर सेल की सक्रियता का परिणाम हो सकती है।” रिपोर्ट में यह भी सुझाव दिया गया है कि राजधानी की निगरानी व्यवस्था को और तकनीकी रूप से सशक्त किया जाए

घटना की पृष्ठभूमि और आगे की दिशा

इससे पहले सोमवार को शाम करीब 5:12 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 3 के पास एक कार में जोरदार धमाका हुआ। विस्फोट से आसपास के वाहनों में आग लग गई और मलबे के नीचे दबने से कई लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। दिल्ली दमकल विभाग ने 8 दमकल गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया।
घटना के बाद एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) की बम निरोधक टीम ने घटनास्थल को सील कर सघन तलाशी अभियान चलाया।

गृह मंत्रालय ने कहा है कि अगले 48 घंटे जांच के लिहाज से बेहद अहम होंगे, और हर उस कड़ी को जोड़ा जा रहा है जिससे विस्फोट की योजना का सुराग मिल सके।

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