फीचर्डविदेश

बांग्लादेश ने राजनाथ सिंह की टिप्पणी पर जताई आपत्ति, कहा — ‘मुहम्मद यूनुस को लेकर भारतीय मीडिया की रिपोर्टें गलत’

ढाका,(भाषा): बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की कथित टिप्पणियों को “गलत और असहयोगपूर्ण” करार दिया है, जो कि देश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस से संबंधित बताई जा रही थीं। मंत्रालय ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय मीडिया के एक हिस्से में प्रकाशित रिपोर्टें तथ्यों से परे हैं।

सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस (Bangladesh Sangbad Sangstha) ने बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस.एम. महबूबुल आलम के हवाले से कहा,

“हमारा मानना है कि रक्षा मंत्री सिंह की टिप्पणियां गलत और असहयोगपूर्ण हैं।”

क्या है विवाद की जड़?

हाल ही में भारतीय मीडिया में कुछ रिपोर्टें सामने आई थीं, जिनमें दावा किया गया था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के संबंध में कुछ बयान दिए हैं। यूनुस, जो नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और माइक्रोफाइनेंस आंदोलन के प्रणेता हैं, बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार में मुख्य सलाहकार की भूमिका निभा रहे हैं।

इन मीडिया रिपोर्टों में यह संकेत दिया गया था कि भारत ने यूनुस के नेतृत्व को लेकर चिंता व्यक्त की है। हालांकि, इन खबरों की कोई आधिकारिक पुष्टि भारत सरकार की ओर से नहीं की गई थी।

बांग्लादेश की प्रतिक्रिया

ढाका ने इन खबरों को “भ्रामक” बताते हुए भारतीय मीडिया से जिम्मेदार पत्रकारिता की अपेक्षा जताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आलम ने कहा कि दोनों देशों के बीच दशकों से चले आ रहे सौहार्दपूर्ण संबंधों को ध्यान में रखते हुए ऐसे बयानों का प्रसार “अनुचित और असत्य” है।

उन्होंने कहा,

“बांग्लादेश और भारत के बीच आपसी विश्वास और क्षेत्रीय स्थिरता पर आधारित संबंध हैं। इस तरह की गलत रिपोर्टिंग से द्विपक्षीय रिश्तों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।”

भारत-बांग्लादेश संबंधों की पृष्ठभूमि

भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्ते रहे हैं। भारत ने 1971 के मुक्ति संग्राम में बांग्लादेश की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच सीमा प्रबंधन, व्यापार, ऊर्जा सहयोग और आतंकवाद निरोधी अभियानों में भी निकटता बढ़ी है।

हालांकि, हाल के महीनों में बांग्लादेश की राजनीतिक अस्थिरता और शासन परिवर्तन के बाद भारत की भूमिका को लेकर कई अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों ने सवाल उठाए हैं। मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में नई अस्थायी सरकार के गठन के बाद यह पहला मौका है जब ढाका ने किसी भारतीय मंत्री की टिप्पणी पर आधिकारिक रूप से आपत्ति जताई है।

कौन हैं मुहम्मद यूनुस?

मुहम्मद यूनुस, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता, ग्रामीण बैंक के संस्थापक हैं और सूक्ष्म ऋण (Microcredit) की अवधारणा को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाने का श्रेय उन्हें जाता है।
2024 में हुए राजनीतिक संकट के बाद जब बांग्लादेश की तत्कालीन सरकार सत्ता से बेदखल हुई, तब यूनुस को देश की अंतरिम प्रशासनिक व्यवस्था का मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया था।

उनकी नियुक्ति को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में सकारात्मक प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं, लेकिन कुछ राजनीतिक हलकों में विरोध के स्वर भी उठे।

राजनयिक हलकों में हलचल

बांग्लादेश की प्रतिक्रिया के बाद, दोनों देशों के राजनयिक हलकों में इस मुद्दे को लेकर चर्चाएं तेज हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अभी तक इस पर कोई औपचारिक टिप्पणी नहीं की है।
हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, भारत बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को “संतुलित और स्थायी” बनाए रखने के पक्ष में है और किसी भी विवादास्पद बयान से दूरी बनाए रखना चाहता है।

विश्लेषकों की राय

अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकारों का कहना है कि यह विवाद जल्द ही समाप्त हो सकता है क्योंकि दोनों देश अपने साझा हितों — जैसे सीमा सुरक्षा, ऊर्जा व्यापार, और क्षेत्रीय स्थिरता — को लेकर एक-दूसरे पर निर्भर हैं।
नई दिल्ली और ढाका दोनों के लिए यह आवश्यक है कि मीडिया रिपोर्टों से उपजे भ्रम को संवाद के माध्यम से दूर किया जाए।

राजनयिक विशेषज्ञ डॉ. ए.के. बासु के अनुसार,

“भारत और बांग्लादेश के बीच विश्वास की जो नींव दशकों में बनी है, उसे कुछ भ्रामक रिपोर्टें प्रभावित नहीं कर सकतीं। दोनों देशों के नेतृत्व के बीच खुला संवाद जारी है।”


बांग्लादेश सरकार द्वारा राजनाथ सिंह की टिप्पणी पर आपत्ति जताए जाने से एक क्षणिक राजनयिक तनाव जरूर पैदा हुआ है, लेकिन दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों को देखते हुए यह विवाद जल्द सुलझने की उम्मीद है।
ढाका और नई दिल्ली, दोनों की प्राथमिकता क्षेत्रीय शांति और विकास है — और यही स्थायी रिश्तों की असली कसौटी भी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button