
श्रीनगर: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के एक सप्ताह बाद, कश्मीर के पर्यटन उद्योग को एक बड़ा झटका लगा है। एहतियाती उपाय के तौर पर, घाटी के लगभग आधे पर्यटक स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इनमें कई लोकप्रिय सार्वजनिक पार्क और ट्रैकिंग रूट भी शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर पर्यटन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घाटी के लगभग 50 पर्यटन स्थलों को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है। इनमें गुरेज और बंगस घाटी जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्र और श्रीनगर राजधानी के प्रसिद्ध और ऐतिहासिक स्थल भी शामिल हैं।
अधिकारी के अनुसार, पर्यटकों के लिए संभावित खतरे को देखते हुए कश्मीर के 87 सार्वजनिक पार्कों, दूरदराज के पर्यटन स्थलों और प्रसिद्ध उद्यानों में से 48 को फिलहाल बंद कर दिया गया है। बंद किए गए स्थलों में कश्मीर के सुदूरवर्ती इलाके और पिछले 10 वर्षों में विकसित किए गए कुछ नए पर्यटन स्थल भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन में आतंकवादियों ने 25 पर्यटकों और एक स्थानीय नागरिक की निर्मम हत्या कर दी थी। हमले के समय, घास के मैदान में कोई सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं था, और इस स्थान तक केवल पैदल या टट्टू (घुड़सवारी) के माध्यम से ही पहुंचा जा सकता है।
इस आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से मौजूद तनाव को और बढ़ा दिया है, साथ ही जम्मू-कश्मीर में डर और दहशत का माहौल पैदा कर दिया है, जिसके कारण घाटी से पर्यटकों का पलायन भी देखा गया है। एक पर्यटन अधिकारी ने कहा, “हमले के बाद सुरक्षा सलाह को ध्यान में रखते हुए दूधपथरी और युसमर्ग जैसे पर्यटन स्थलों को भी बंद कर दिया गया है।”
हालांकि विभाग ने अभी तक कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया है, लेकिन सोशल मीडिया पर प्रसारित एक एडवाइजरी में 48 स्थानों को ‘बंद’ घोषित किया गया है। अधिकारियों के हवाले से पीटीआई ने बताया कि सुरक्षा स्थिति की समीक्षा एक सतत प्रक्रिया है और आने वाले दिनों में इस सूची में और भी स्थानों को जोड़ा जा सकता है।
अधिकारियों के अनुसार, बंद किए गए अधिकांश स्थल असुरक्षित पाए गए हैं क्योंकि ये मुख्य रूप से मुख्य स्थानों से दूर या अधिक ऊंचाई पर स्थित हैं, जिनमें से कई नियंत्रण रेखा (LoC) के करीब हैं। उदाहरण के लिए, उत्तरी कश्मीर में गुरेज और बंगस घाटी, जो कभी सीमा पार से गोलाबारी के कारण दुर्गम हुआ करती थीं और अब ट्रेकर्स से भरी रहती थीं, वर्तमान में बंद स्थलों में शामिल हैं।
घाटी के पर्यटन उद्योग से जुड़े लोग इस कदम से नाखुश हैं और उनका मानना है कि इससे पर्यटन क्षेत्र को भारी नुकसान होगा। कश्मीर ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रऊफ त्रांबू ने कहा, “जब यह एडवाइजरी जारी की गई थी, तब हम पहलगाम आतंकी हमले का शोक मना रहे थे। यह बाहर एक अच्छा संकेत नहीं भेजेगा। यह पर्यटन के लिए किसी जगह को बंद करने जैसा है।” उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों ने इन स्थलों को बंद करने की समयसीमा के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।
कश्मीर में बंद किए गए पर्यटक स्थलों की सूची:
- गुरेज घाटी
- युसमर्ग
- दूधपथरी
- अहरबल
- कौसरनाग
- बंगस
- करिवान दिवर (Kariwan Diver)
- चंडीगाम
- बंगस घाटी
- वुलर/वाटलैब
- रामपोरा और राजपोरा
- चेयरहार (Chearhar)
- मुंडिज-हमाम-मरकूट झरना
- खाम्पू, बोस्निया, विजिटॉप
- सूर्य मंदिर खेरीबल
- वेरीनाग गार्डन
- सिंथन टॉप
- मार्गनटॉप
- आकड़ पार्क
- हब्बा खातून पॉइंट कवनार
- बबरेशी तंगमर्ग
- रिंगावली तंगमर्ग
- गोगलदरा तंगमर्ग
- श्रुन्ज़ झरना
- कमान पोस्ट उरी
- नम्बलान झरना
- इको पार्क खदीजा
- संगरवानी
- जामिया मस्जिद
- बादामवारी
- राजोरी कदल होटल कनाज
- आली कदल जे जे फ़ूड रेस्टोरेंट
- आइवरी होटल गंडताल (थीड)
- पादशापाल रिसॉर्ट्स और रेस्तरां (फकीर गुजरी)
- चेरी ट्री रिज़ॉर्ट (फ़कीर गुजरी)
- नॉर्थ क्लिफ कैफे और रिट्रीट बाय स्टे पैटर्न (अस्तनमार्ग पैराग्लाइडिंग पॉइंट)
- अस्तानमर्ग पैराग्लाइडिंग पॉइंट
- फॉरेस्ट हिल कॉटेज (अस्तान मोहल्ला, दारा)
- इको विलेज रिसॉर्ट (दारा)
- अस्तनमर्ग व्यू पॉइंट
- ममनेथ और महादेव पहाड़ियां
- बौद्ध मठ, हरवान
- दाचीगाम
- अस्तानपोरा (विशेषकर कयाम गाह रिज़ॉर्ट)
- हंग पार्क
- नारानाग
- बदरकोट तंगमर्ग
- लछपत्री