
मशहूर पत्रकार शांतनु गुहा रे का आज सुबह निधन हो गया. उन्होंने ढाई दशक से भी अधिक समय तक खोजी समाचारों, व्यावसायिक विशेषताओं और मानव हित में रिपोर्टिंग कर पत्रकारिता जगत में अपनी एक खास जगह बनाई. वह व्हार्टन से प्रशिक्षित थे और बेहतरीन पत्रकारिता के लिए कई पुरस्कारों से नवाजे गए थे. वह नियमित रूप से एनडीटीवी और एनडीटीवी प्रॉफिट के लिए लिख रहे थे. शांतनु गुहा अपने पत्रकारिता करियर में किसी एक फील्ड में सिमटकर नहीं रहे, उन्होंने क्रिकेट के अनावा पानी से संबंधित मुद्दों पर उनकी रिपोर्टिंग ने उन्हें वॉश पुरस्कार जीतने में मदद की थी.
शांतनु गुहा रे को 2011 में कोयला घोटाला और 2012 में जीएमआर के नेतृत्व वाले दिल्ली हवाईअड्डा घोटाले को उजागर करने का श्रेय जाता है. उन्होंने एक वैश्विक पहल, एस्बेस्टस के खतरों पर अपनी रिपोर्टिंग के लिए वाशिंगटन प्रेस क्लब पुरस्कार भी जीता था. शांतनु रे ने 2015 में क्रिकेट में अपने लेखन के लिए रामनाथ गोयनका पुरस्कार और भारत में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों पर अपनी रिपोर्टिंग के लिए लाडली पुरस्कार जीता था.