
नई दिल्ली, 22 अगस्त 2025: देशभर में मॉनसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। मुंबई और आसपास के इलाकों में पिछले तीन दिनों से हो रही तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। अब भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में भी भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, 22 से 26 अगस्त तक देश के कई हिस्सों में “Orange और Red Alert” प्रभावी रहेगा।
मुंबई में बेकाबू बारिश, सड़कें बनीं दरिया
मुंबई में लगातार बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। लोकल ट्रेनें देरी से चल रही हैं और हवाई उड़ानों पर भी असर पड़ा है। बीएमसी ने नागरिकों से अपील की है कि अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें। मौसम विभाग ने यहां अगले 48 घंटों तक “heavy to very heavy rainfall” की चेतावनी दी है।
एनसीआर में झमाझम की तैयारी
दिल्ली-एनसीआर में सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। IMD ने कहा है कि आने वाले हफ्ते भर यहां बारिश और तेज हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा। इससे एक ओर जहां प्रदूषण के स्तर में गिरावट आएगी, वहीं ट्रैफिक और जलभराव की समस्या लोगों को परेशान कर सकती है।
उत्तर भारत में कैसा रहेगा मौसम?
- उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड: कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। गंगा और यमुना जैसी नदियों का जलस्तर पहले से ही खतरे के निशान के करीब है। प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में फ्लड कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए हैं।
- बिहार और झारखंड: यहां भी 22 से 24 अगस्त तक तेज बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है। ग्रामीण इलाकों में धान की फसलों को फायदा होगा लेकिन निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।
- मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़: बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण यहां भी गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत
पूर्वोत्तर राज्यों असम, मेघालय, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी है। वहीं दक्षिण भारत के केरल और कर्नाटक में बौछारें पड़ने का अनुमान है, हालांकि यहां बड़े पैमाने पर बारिश की आशंका नहीं है।
किसान और आम जनता पर असर
बारिश से किसानों को कुछ हद तक राहत मिल सकती है क्योंकि धान, मक्का और सोयाबीन जैसी फसलों के लिए यह पानी बेहद महत्वपूर्ण है। लेकिन बेमौसम बारिश से सब्जियों की सप्लाई प्रभावित होने की संभावना भी जताई जा रही है, जिससे बाजार में दाम बढ़ सकते हैं।
प्रशासन की तैयारी
मौसम विभाग ने सभी राज्य सरकारों को सतर्क रहने की सलाह दी है। स्थानीय प्रशासन को राहत-बचाव दल तैनात रखने और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
इस बार अगस्त के आखिरी हफ्ते में मॉनसून की सक्रियता ने एक बार फिर लोगों को सतर्क कर दिया है। मुंबई से लेकर दिल्ली और पटना से लेकर गुवाहाटी तक बारिश का असर साफ दिखेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि जलभराव और बाढ़ की आशंका से बचने के लिए प्रशासनिक तैयारियां मजबूत करनी होंगी।