
पटना। भारतीय रेलवे यात्री सेवाओं के विस्तार की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है। रेल मंत्री अश्विनी वैश्नव सोमवार को पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सात नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। इनमें तीन नई ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ सेवाएं भी शामिल हैं, जो आम यात्रियों और मध्यम वर्गीय लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं।
रेल मंत्रालय के अनुसार, इन ट्रेनों की शुरुआत से न केवल बिहार बल्कि पूरे पूर्वी भारत के रेल नेटवर्क को मजबूती मिलेगी। यात्रियों को यात्रा के दौरान अधिक आराम, समय की बचत और बेहतर कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
अमृत भारत एक्सप्रेस की खासियत
‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ भारतीय रेलवे की वह पहल है, जो किफ़ायती दरों पर बेहतर यात्रा अनुभव देने के लिए शुरू की गई थी। इसका डिज़ाइन इस तरह तैयार किया गया है कि यह आम एक्सप्रेस ट्रेन से तेज़ और आरामदायक सफर कराती है।
- सुविधाएं: इस ट्रेन में बड़े खिड़कियां, मॉडर्न इंटीरियर, मोबाइल चार्जिंग प्वॉइंट्स, LED लाइट्स और बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट है।
- किराया: किराया अपेक्षाकृत कम रखा गया है, जिससे मध्यम वर्गीय और आम यात्री इसे आसानी से वहन कर सकें।
- लोकप्रियता: वर्तमान में देश भर में 12 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाएं संचालित हो रही हैं, जिनमें से 10 केवल बिहार से चलती हैं। यह बिहार के लिए रेलवे की प्राथमिकता और महत्व को दर्शाता है।
बिहार पर विशेष फोकस
रेल मंत्रालय का कहना है कि बिहार रेलवे ढांचे के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण राज्य है। यहां से रोजाना लाखों यात्री यात्रा करते हैं और बड़ी संख्या में लोग रोज़गार, शिक्षा और व्यापारिक कारणों से दूसरे राज्यों में जाते हैं।
बिहार से चलने वाली 10 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों ने यात्रियों को सस्ती और आरामदायक यात्रा का विकल्प दिया है। अब तीन और ट्रेनों की शुरुआत से यह संख्या और बढ़ेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम बिहार के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी देगा और रेल नेटवर्क को मजबूती प्रदान करेगा।
सात ट्रेनों की लॉन्चिंग – क्या होगा फायदा?
रेल मंत्री अश्विनी वैश्नव जिन सात ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने जा रहे हैं, उनमें तीन नई अमृत भारत एक्सप्रेस और चार अन्य प्रमुख ट्रेन सेवाएं शामिल हैं।
- यात्रियों को लंबी दूरी की यात्रा में सहूलियत मिलेगी।
- प्रमुख महानगरों और औद्योगिक शहरों से बिहार की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी।
- पटना जंक्शन और आसपास के प्रमुख स्टेशनों पर यात्री दबाव को संभालने में मदद मिलेगी।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि बिहार को लगातार नई ट्रेनें और सेवाएं देने के पीछे सरकार की मंशा है कि राज्य के हर वर्ग के लोगों तक सस्ती और भरोसेमंद रेल सुविधा पहुंचे।
रेल मंत्री की प्राथमिकताएं
रेल मंत्री अश्विनी वैश्नव ने हाल के वर्षों में कई बार यह स्पष्ट किया है कि भारतीय रेलवे अब यात्री सुविधा और समयबद्ध सेवा पर अधिक ध्यान दे रहा है।
- नई ट्रेनों की शुरुआत से पहले रेलवे ने डिजिटल टिकटिंग सिस्टम को मज़बूत किया है।
- स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत बिहार के दर्जनों स्टेशनों को आधुनिक रूप दिया जा रहा है।
- नए कोच और आधुनिक तकनीक से यात्रा और सुरक्षित तथा सुविधाजनक होगी।
यात्रियों की उम्मीदें
बिहार और पूर्वी भारत के यात्रियों को नई ट्रेनों से बड़ी उम्मीदें हैं। खासकर उन लोगों को, जिन्हें रोजाना कामकाज या शिक्षा के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
पटना के रहने वाले छात्र रोहित कुमार का कहना है, “अमृत भारत एक्सप्रेस हमारे लिए बहुत फायदेमंद है। किराया भी किफ़ायती है और समय पर ट्रेन मिल जाती है। नई ट्रेनों के शुरू होने से हमें और आसानी होगी।”
वहीं, दरभंगा के व्यापारी सुनील झा का कहना है, “बिहार से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसी जगहों पर व्यापारिक यात्राएं ज्यादा होती हैं। नई ट्रेनों से यात्रा तेज़ और सस्ती होगी।”
रेल मंत्रालय की भावी योजना
सूत्रों के अनुसार रेलवे आने वाले महीनों में और भी अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाएं शुरू कर सकता है। इसके अलावा, कई वंदे भारत एक्सप्रेस और फ्रेट कॉरिडोर प्रोजेक्ट्स पर भी काम जारी है, जिससे यात्रियों और माल ढुलाई दोनों को लाभ होगा।
रेलवे का लक्ष्य है कि 2030 तक भारतीय रेल पूरी तरह से नेट ज़ीरो कार्बन उत्सर्जन हासिल कर ले। इसके लिए नई ट्रेनों में आधुनिक इंजन और ऊर्जा दक्ष तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
पटना से सात नई ट्रेनों की शुरुआत, खासकर तीन नई अमृत भारत एक्सप्रेस, न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के रेल नेटवर्क को मजबूती प्रदान करेगी। यह कदम यह भी साबित करता है कि भारतीय रेलवे आम यात्रियों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए लगातार बदलाव कर रहा है।
आज का दिन बिहार के लिए ऐतिहासिक माना जा सकता है, क्योंकि यह राज्य अब भारतीय रेलवे की विकास यात्रा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।