
लोकसभा में विपक्ष पर हमला बोलते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हम रील नहीं बनाते, कड़ी मेहनत करते हैं। दिखावा करने के लिए रील बनाने वाले नहीं हैं। रेल हादसे को लेकर विपक्ष के हंगामे से नाराज अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जो लोग यहां चिल्ला रहे हैं, उनसे पूछा जाना चाहिए कि सत्ता में रहते हुए 58 साल में वो एक किलोमीटर भी ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन यानी ATP क्यों नहीं लगा पाए। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 2016 में संशोधन लाकर लोको पायलट की कार्य स्थितियों में सुधार किया है।
#WATCH | While speaking in Lok Sabha, Union Minister for Railways, Ashwini Vaishnaw says, "We are not the people who make reels, we do hard work unlike you people who make reels for show off…"
The railway minister says, "The average working and rest times of Loco pilots are… pic.twitter.com/gL2sFgWWZt
— ANI (@ANI) August 1, 2024
उन्होंने कहा, “लोको पायलटों के औसत कामकाजी और आराम का समय 2005 में बनाए गए एक नियम से तय होता है। 2016 में नियमों में संशोधन किया गया और लोको पायलटों को अधिक सुविधाएं दी गईं। सभी रनिंग रूम- 558 को वातानुकूलित बनाया गया। लोको कैब बहुत अधिक कंपन होता है, गर्म होता है और इसलिए 7,000 से अधिक लोको कैब वातानुकूलित हैं। यह सब उन लोगों के समय में शून्य था, जो आज रील बनाकर सिम्पैथी दिखाते हैं।”