लोकसभा में बतौर नेता प्रतिपक्ष अपने पहले भाषण में राहुल गांधी ने कई मुद्दों पर सरकार को जमकर घेरा. संविधान, महंगाई और अग्निवीर योजना पर हमला करने के बाद नीट यूसी पेपर लीक को लेकर भी राहुल गांधी ने करारा वार करते हुए कहा कि सरकार ने नीट को कारोबारी एग्जाम बना दिया है. सरकार पेपर लीक को रोक तक नहीं पाई और 7 साल में 70 बार पेपर लीक हुए हैं.
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि आपने हर व्यक्ति के लिए डर का पैकेज दे दिया है. रोजगार तो आपने खत्म ही कर दिया गया है. अब नया फैशन निकला है नीट. एक प्रोफेशनल स्कीम को आपने कमर्शल स्कीम में बदल कर रख दिया. उन्होंने आगे कहाकि नीट को अमीर बच्चों के लिए बना दिया गया है. सरकार ने प्रोफेशनल एग्जाम को कमर्शल एग्जाम बना दिया है. उन्होंने कहा कि छात्र 6 महीने तक नीट परीक्षा की तैयारी करते हैं. नीट के छात्रों को अब परीक्षा पर कोई भरोसा नहीं रह गया है.
उन्होंने आगे कहा, “सभी दलों के सभापति तालिका के सदस्य इसी तरह सदन चलाते हैं. यह परंपरा रही है. मुझे आशा है कि सदस्य अब इस तरह का आक्षेप नहीं लगाएंगे.” राहुल गांधी ने सदन में नीट परीक्षा में हुई अनियमितता के मामले पर चर्चा कराने की मांग करते हुए कहा, “हम चाहते थे कि नीट पर एक दिन की चर्चा हो. पिछले 7 साल में 70 बार पेपर लीक हुए हैं. संसद से देश को संदेश जाता है. हम छात्रों को इस तरह का संदेश देना चाहते हैं कि नीट का मुद्दा संसद के लिए कितना अहम है.”