
रायबरेली से सांसद के रूप में शपथ लेने से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को वायनाड के लोगों को एक भावनात्मक पत्र लिखकर उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। पत्र में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ‘वह दुखी हैं, लेकिन उन्हें इस बात का संतोष भी है कि उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा संसद में वायनाड के लोगों का प्रतिनिधित्व करेंगी। गांधी ने पत्र में लिखा, “जब मैं मीडिया के सामने खड़ा था और आपको अपने फैसले के बारे में बता रहा था, तो आपने मेरी आंखों में उदासी देखी होगी। तो मैं दुखी क्यों हूं? मैं आपसे पांच साल पहले मिला था। जब मैं पहली बार आपसे मिलने आया था, तो मैं आपसे समर्थन मांगने आया था। मैं आपके लिए एक अजनबी था और फिर भी आपने मुझ पर विश्वास किया।”
उन्होंने लिखा, “आपने मुझे असीम प्रेम और स्नेह से गले लगाया। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस राजनीतिक दल का समर्थन करते थे, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस समुदाय से थे या आप किस धर्म को मानते थे या आप कौन सी भाषा बोलते थे।” गांधी ने पत्र में लिखा, “जब मैं दिन-ब-दिन दुर्व्यवहार का सामना कर रहा था, तब आपके बिना शर्त प्यार ने मेरी रक्षा की। आप ही मेरी शरणस्थली, मेरा घर और मेरा परिवार थे। मुझे एक पल के लिए भी ऐसा नहीं लगा कि आपको मुझ पर शक है।” पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष गांधी 2019 में उत्तर प्रदेश में अपने पारिवारिक गढ़ अमेठी से चुनावी मुकाबला हारने के बाद केरल के वायनाड से लोकसभा के लिए चुने गए थे।