पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को राज्य मंत्रिमंडल से हटा दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त हैं और उनके पास इसका सबूत है। वह कथित तौर पर टेंडर में रिश्वत मांगने का आरोप था। सिंगला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी सभी टेंडरों पर कथित तौर पर एक फीसदी कमीशन ले रहा था।
भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार में भ्रष्टाचार बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और उन्होंने पुलिस को उसके खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा “मैं मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा हूं। मैं उन्हें कैबिनेट से हटा रहा हूं। हमें भ्रष्टाचार के मामले में उनकी संलिप्तता के पर्याप्त सबूत मिले हैं। मुझे परवाह नहीं है कि विपक्षी दल इसका इस्तेमाल हम पर हमला करने के लिए करना चाहते हैं, यह कहते हुए कि दो महीने के भीतर भ्रष्टाचार के आरोपों पर एक मंत्री को हटा दिया गया। मुद्दा यह है कि हम इस तरह के भ्रष्टाचार में शामिल किसी को भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद 2015 में उन्होंने खुद दिल्ली में एक मंत्री को हटा दिया था,
मान ने आगे दावा किया कि सिंगला ने स्वीकार किया की उन्होंने गलत किया था। आपको बता दें कि तीन दशक से अधिक समय के बाद मनसा विधानसभा क्षेत्र से मंत्री बनाया गया था। सिंगला को भी इस चुनाव में उनके पक्ष में सबसे ज्यादा वोट मिले थे। यह कार्रवाई सरकार बनने के महज दो महीने के भीतर हुई है।