
नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत राज्यसभा के लिए चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को मनोनीत किया है। ये नियुक्तियां नामित सदस्यों के सेवानिवृत्त होने के कारण रिक्त स्थानों को भरने के लिए की गई हैं।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना (एस.ओ. 3196(ई)) के अनुसार, जो चार नामित सदस्य बनाए गए हैं, वे हैं:
- उज्ज्वल देवराव निकम – मशहूर विशेष सरकारी वकील, जिन्होंने 26/11 मुंबई आतंकी हमले में अजमल कसाब को सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
- सी. सदानंदन मास्टर – सामाजिक और शैक्षिक क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कार्यकर्ता।
- हर्षवर्धन श्रृंगला – पूर्व विदेश सचिव और वरिष्ठ राजनयिक, जो भारत की विदेश नीति को आकार देने में अहम भूमिका निभा चुके हैं।
- डॉ. मीनाक्षी जैन – जानी-मानी इतिहासकार, जिन्हें भारतीय संस्कृति और इतिहास के क्षेत्र में गहन शोध कार्यों के लिए जाना जाता है।
संविधान के तहत विशेष अधिकार
संविधान के अनुच्छेद 80(1)(a) और 80(3) के तहत राष्ट्रपति को यह अधिकार है कि वे कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा या सार्वजनिक जीवन के अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले लोगों को राज्यसभा में नामित कर सकें।
संसद में विशेषज्ञता की भागीदारी
सरकार का यह कदम उच्च सदन में विविधता और विशेषज्ञता को शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। इन नामित सदस्यों से आशा की जा रही है कि वे अपने अनुभवों के ज़रिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सारगर्भित बहसों में योगदान देंगे।