स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने देशवासियों को 77वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मुझे यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि हवा में उत्सव का माहौल है। यह देखना हमारे लिए खुशी के साथ-साथ गर्व की बात है कि भारत में हर जगह, शहरों और गांवों में बच्चे, युवा और बुजुर्ग कैसे उत्साहित हैं और हमारी आजादी के इस त्योहार को मनाने की तैयारी कर रहे हैं। लोग बड़े उत्साह के साथ ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहे हैं।’
#WATCH | On the eve of Independence Day, President Droupadi Murmu says "I am happy to note that the economic empowerment of women is being given special focus in our country. Economic empowerment strengthens the position of women in the family and society. I urge all fellow… pic.twitter.com/gCv13rrqft
— ANI (@ANI) August 14, 2023
राष्ट्रपति ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर, मैं अपने साथी नागरिकों के साथ उन ज्ञात और अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों को कृतज्ञ श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं जिनके बलिदानों ने भारत को राष्ट्रों के समुदाय में अपना उचित स्थान फिर से हासिल करना संभव बना दिया है। उन्होंने कहा, ‘मातंगिनी हाजरा और कनकलता बरुआ जैसी महान महिला स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत-माता के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। मां कस्तूरबा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ सत्याग्रह की कठिन राह पर कदम-कदम पर कदम बढ़ाया।’
VIDEO | "Change has started to come from the new education policy of 2020. It will bring several new changes in the country in the coming time," says President Droupadi Murmu in an address to the nation on the eve of 77th Independence Day. pic.twitter.com/uEjDkBXCvw
— Press Trust of India (@PTI_News) August 14, 2023
उन्होंने आगे कहा कि “मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि हमारे देश में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आर्थिक सशक्तिकरण से परिवार और समाज में महिलाओं की स्थिति मजबूत होती है। मैं सभी साथी नागरिकों से आग्रह करता हूं महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देना। मैं चाहूंगा कि हमारी बहनें और बेटियां साहस के साथ चुनौतियों पर विजय प्राप्त करें और जीवन में आगे बढ़ें। महिलाओं का विकास हमारे स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों में से एक था।”
राष्ट्रपति ने देश को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज हम देख रहे हैं कि भारत ने न केवल विश्व मंच पर अपना उचित स्थान हासिल कर लिया है, बल्कि इसने अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था में भी अपना कद बढ़ाया है। भारत इसे बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा, ‘दुनिया भर में विकासात्मक और मानवीय लक्ष्य में भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों का नेतृत्व भी संभाला है, खासकर जी-20 की अध्यक्षता। चूंकि जी-20 दुनिया की दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए यह वैश्विक चर्चा को आकार देने में मदद करने का एक अनूठा अवसर है।