उत्तराखंडफीचर्ड

राष्ट्रपति की प्रस्तावित देहरादून यात्रा को लेकर तैयारियाँ तेज़ — राष्ट्रपति उद्यान और हॉर्स राइडिंग एरीना लोकार्पण की संभावना

देहरादून, 27 अक्टूबर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की प्रस्तावित देहरादून यात्रा को लेकर तैयारियों में तेजी आ गई है। राष्ट्रपति सचिवालय के अतिरिक्त सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने सोमवार को देहरादून पहुंचकर उच्चस्तरीय बैठक की और राष्ट्रपति परिसंपत्तियों के अंतर्गत जारी निर्माण कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि राष्ट्रपति उद्यान, हॉर्स राइडिंग एरीना और फुट ओवर ब्रिज जैसे प्रमुख प्रोजेक्ट तय समय-सीमा के भीतर पूरे किए जाएँ ताकि राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान इनका लोकार्पण संभव हो सके।

बैठक राष्ट्रपति निकेतन परिसर में आयोजित की गई, जिसमें जिलाधिकारी देहरादून डॉ. सबिन बंसल, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य नगर अधिकारी नमामि बंसल सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।


राष्ट्रपति उद्यान — 132 एकड़ में आकार ले रहा “राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक”

देहरादून में बन रहा राष्ट्रपति उद्यान देशभर में राष्ट्रपति संपदाओं को “राष्ट्र का भवन” के रूप में विकसित करने की महत्त्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है। 132 एकड़ में फैले इस अनूठे उद्यान का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है, जिसे अगले वर्ष तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

राष्ट्रपति सचिवालय के अतिरिक्त सचिव डॉ. गुप्ता ने बताया कि यह उद्यान सुगम्यता, सततता और सामुदायिक सहभागिता के सिद्धांतों पर आधारित होगा। इसका उद्देश्य न केवल स्थानीय नागरिकों के लिए एक हरित और सांस्कृतिक स्पेस प्रदान करना है, बल्कि राष्ट्रपति संपदाओं को जनता के साथ जोड़ना भी है।

राष्ट्रपति उद्यान में थीम-आधारित फूलों और वनस्पतियों के बाग, तितली गृह, पक्षीशाला और एक सुंदर झील प्रमुख आकर्षण होंगे। साथ ही यहाँ देश का दूसरा सबसे ऊँचा राष्ट्रीय ध्वज स्तंभ भी स्थापित किया जा रहा है, जो इस उद्यान की पहचान का मुख्य प्रतीक बनेगा।

इसके अतिरिक्त, उद्यान में पैदल और साइकिल ट्रैक, एक मुक्ताकाशी रंगमंच (ओपन एयर थिएटर) जिसमें 800 से अधिक लोगों के बैठने की क्षमता होगी, सार्वजनिक पुस्तकालय और फूड प्लाज़ा जैसी सुविधाएँ भी होंगी। इस परियोजना को स्थानीय संस्कृति, जनभागीदारी और पर्यावरणीय दृष्टि से एक “स्मार्ट व ग्रीन हेरिटेज ज़ोन” के रूप में विकसित किया जा रहा है।


राष्ट्रपति निकेतन में नया आकर्षण — हॉर्स राइडिंग एरीना और पारंपरिक शैली का फुट ओवर ब्रिज

राष्ट्रपति निकेतन परिसर के भीतर हाल ही में हॉर्स राइडिंग एरीना का निर्माण पूरा हो चुका है, जो राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान लोकार्पित किया जा सकता है। यहाँ राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली से प्रेसिडेंट्स बॉडीगार्ड के छह प्रशिक्षित घोड़े लाए जा रहे हैं। यह एरीना आगंतुकों के लिए नया आकर्षण होगा, जहाँ वे प्रेसिडेंट्स बॉडीगार्ड की पारंपरिक घुड़सवारी शैली, अनुशासन और देखभाल की प्रक्रिया को नज़दीक से देख सकेंगे।

यह एरीना राष्ट्रपति भवन की परंपरागत गौरवशाली विरासत को उत्तराखंड की धरती पर जीवंत करेगा। राष्ट्रपति सचिवालय के जन संपर्क अधिकारी कुमार समरेश ने बताया कि राष्ट्रपति की आगामी यात्रा के दौरान इस एरीना का लोकार्पण होने की प्रबल संभावना है।

इसके साथ ही, राष्ट्रपति निकेतन परिसर की पहुँच को और सुविधाजनक बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा राजपुर रोड पर एक फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया गया है। यह ब्रिज पारंपरिक पहाड़ी वास्तुशिल्प की छाप लिए हुए है और दोनों ओर लिफ्ट की सुविधा से सुसज्जित है। 32 मीटर लंबे और चार मीटर चौड़े इस ब्रिज का निर्माण मात्र छह माह में पूरा किया गया है। यह न केवल राष्ट्रपति निकेतन की शोभा बढ़ाएगा बल्कि पर्यटकों और आगंतुकों के लिए सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करेगा।


राष्ट्रपति निकेतन और तपोवन — जनता के बीच बढ़ता आकर्षण

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने इसी वर्ष 20 जून को देहरादून स्थित राष्ट्रपति निकेतन और राष्ट्रपति तपोवन का लोकार्पण किया था। तब से अब तक ये दोनों स्थल उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।

राष्ट्रपति सचिवालय के जन संपर्क अधिकारी कुमार समरेश के अनुसार, बीते चार महीनों में राष्ट्रपति निकेतन में 4,753 आगंतुकों ने भ्रमण किया, जबकि राष्ट्रपति तपोवन में 15,567 लोग पहुँचे। बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए उम्मीद है कि आगामी वर्षों में देहरादून का यह क्षेत्र राष्ट्रपति संपदाओं का एक प्रमुख पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र बन जाएगा।

राष्ट्रपति उद्यान के पूरी तरह खुलने के बाद यहाँ प्रति वर्ष 20 लाख से अधिक आगंतुकों के आने का अनुमान है। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि देहरादून को “हरित पर्यटन” के नए मानचित्र पर भी स्थापित किया जाएगा।


राष्ट्रपति की यात्रा से पहले पूरी हों तैयारियाँ

बैठक के दौरान अतिरिक्त सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने सभी विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राष्ट्रपति की प्रस्तावित यात्रा से पहले सभी निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्यों को निर्धारित समय-सीमा में पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति संपदाओं के निर्माण में गुणवत्ता और सौंदर्य का विशेष ध्यान रखा जाए ताकि यह देशभर में एक मिसाल पेश कर सके।

बैठक में यह भी तय किया गया कि राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान सुरक्षा, यातायात और जन-भागीदारी के सभी प्रबंधों को समन्वित रूप से संचालित किया जाएगा।


देहरादून में राष्ट्रपति संपदाओं का बढ़ता महत्व

देहरादून में राष्ट्रपति निकेतन, राष्ट्रपति तपोवन और अब राष्ट्रपति उद्यान — ये तीनों परियोजनाएँ मिलकर उत्तराखंड की राजधानी को एक नई पहचान दे रही हैं। ये न केवल प्रशासनिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हैं बल्कि सांस्कृतिक, पर्यावरणीय और पर्यटन दृष्टि से भी ऐतिहासिक महत्व रखती हैं।

राष्ट्रपति की प्रस्तावित यात्रा न केवल इन परियोजनाओं को नई गति देगी, बल्कि देहरादून को “राष्ट्रपति नगर” के रूप में भी स्थापित करने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button