
नई दिल्ली, 22 अगस्त: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल खट्टर से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आगामी कुंभ 2027 और राज्य की आवास एवं बुनियादी ढांचा योजनाओं से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार कुंभ के लिए आधुनिक, सुरक्षित और पर्यावरणीय रूप से संवेदनशील आयोजन की दिशा में कार्य कर रही है और इसमें केंद्र सरकार का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।
ऋषिकेश और हरिद्वार में विद्युत ढांचा मजबूत होगा
मुख्यमंत्री धामी ने ऋषिकेश के गंगा कॉरिडोर में HT/LT विद्युत लाइनों के भूमिगतकरण और स्वचालन से जुड़े ₹547.83 करोड़ के डीपीआर को RDSS योजना के अंतर्गत स्वीकृति प्रदान करने पर केंद्रीय मंत्री का आभार जताया। उन्होंने बताया कि यह परियोजना कुंभ के दौरान बिजली की आपूर्ति को सुरक्षित और निर्बाध बनाएगी।
इसी क्रम में उन्होंने हरिद्वार कुंभ क्षेत्र के लिए ₹315 करोड़ के समान प्रस्ताव को भी RDSS योजना में सम्मिलित कर शीघ्र अनुमोदन का अनुरोध किया।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में सुधार की मांग
बैठक में मुख्यमंत्री ने पीएम आवास योजना (शहरी) के क्रियान्वयन से जुड़ी चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वर्तमान व्हाइटलिस्टिंग और रिडीमेबल वाउचर प्रणाली के कारण निजी डेवलपर्स परियोजनाओं में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
उन्होंने पूर्ववर्ती 40:40:20 चरणबद्ध भुगतान प्रणाली को पुनः लागू करने का आग्रह किया ताकि योजना में तेजी लाई जा सके।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि उत्तराखंड में AHP घटक के अंतर्गत 15,960 आवासीय इकाइयों का निर्माण प्रगति पर है, जिनमें से 15,281 इकाइयां लाभार्थियों को आवंटित की जा चुकी हैं।
लेकिन उन्होंने चिंता जताई कि ईडब्ल्यूएस वर्ग के लाभार्थियों की असंगठित आय और कम CIBIL स्कोर की वजह से अग्रणी बैंकों से ऋण सुविधा नहीं मिल पा रही है। इस पर उन्होंने केंद्र से आग्रह किया कि बैंकों, एनबीएफसी, एसएलबीसी और आरबीआई को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए जाएं, ताकि अधिक से अधिक गरीब लाभार्थी योजना का फायदा उठा सकें।
विश्वस्तरीय रिवरफ्रंट विकास का खाका
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि राज्य सरकार ऋषिकेश-गंगा, हरिद्वार-गंगा और टनकपुर स्थित शारदा रिवरफ्रंट को विश्वस्तरीय धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थलों के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह प्रयास न केवल नमामि गंगे कार्यक्रम को बल देगा बल्कि सतत पर्यटन और स्थानीय आजीविका को भी बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री ने इस परियोजना में टीएचडीसी की सीएसआर निधि से ₹100 करोड़ सहयोग का भी अनुरोध किया।
भव्य कुंभ और आधुनिक उत्तराखंड का विज़न
मुख्यमंत्री धामी ने विश्वास जताया कि केंद्र सरकार से अपेक्षित सहयोग मिलने पर उत्तराखंड आगामी कुंभ 2027 का भव्य, सुरक्षित और पर्यावरण-संवेदनशील आयोजन कर सकेगा। साथ ही राज्य आवास, ऊर्जा और आधारभूत ढांचे के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को भी प्राप्त करेगा।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि केंद्र और राज्य मिलकर उत्तराखंड को एक आधुनिक और धार्मिक दृष्टि से सशक्त राज्य बनाने में योगदान देंगे।