
बंगाल: तृणमूल कांग्रेस ने राज्यसभा के पूर्व सांसद कुणाल घोष को पार्टी के प्रदेश महासचिव पद से हटा दिया. राज्य की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी ने बुधवार को एक बयान जारी कर इसकी घोषणा की. साथ ही उन्होंने बताया कि ये फैसला क्यों लिया गया है? बयान में तृणमूल कांग्रेस ने लिखा, ”हाल ही में कुणाल घोष कई ऐसी बातें कह रहे हैं जो पार्टी के विचारों से मेल नहीं खातीं. इसलिए यह स्पष्ट करना बहुत जरूरी था कि वह जो कह रहे थे, वह पूरी तरह से उनकी निजी राय थी. इसका पार्टी की सोच से कोई लेना-देना नहीं है. तृणमूल ने बयान में साफ किया कि कुणाल घोष को पहले भी पार्टी के प्रवक्ता पद से हटा दिया गया था.” इस बार उन्हें तृणमूल राज्य महासचिव के पद से भी हटा दिया गया.
कुणाल घोष ने बुधवार सुबह पूर्व तृणमूल नेता और वर्तमान भाजपा उत्तर कोलकाता से उम्मीदवार तापस रॉय की प्रशंसा की थी. दोनों को बुधवार को उत्तरी कोलकाता के वार्ड नंबर 38 में एक क्लब के रक्तदान शिविर में आमंत्रित किया गया था. वह भी मौजूद थे. तापस रॉय की मौजूदगी में कुणाल घोष ने वहां अपने भाषण में कहा, ”जब तक तापस रॉय जन प्रतिनिधि थे, उन्होंने लोगों की सेवा की. उनका दरवाजा लोगों के लिए दिन-रात खुला रहता था. जब लोगों ने उन्हें बुलाया तो वह उनसे जरूर मिलते थे. फर्जी वोट न होने दें.’