
नई दिल्ली। उत्तर भारत इन दिनों भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कहीं भूस्खलन से सड़कें बंद हैं तो कहीं नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। हालात को देखते हुए कई राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है और स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।
🛣️ हिमाचल प्रदेश: 310 सड़कें बंद, 103 की मौत
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के चलते 310 सड़कों को वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। राजधानी शिमला के पंथाघाटी क्षेत्र में भूस्खलन से बाईपास मार्ग बाधित हो गया, जिससे कई दुकानें भी क्षतिग्रस्त हुईं।
मौसम विभाग ने 5 और 6 अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अब तक 103 लोगों की मौत हो चुकी है और 36 लोग लापता हैं। मंडी जिले में रविवार देर रात वाहन खाई में गिर गया, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और दो घायल हो गए।
🌧️ उत्तराखंड: सात जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, स्कूल बंद
उत्तराखंड में 5 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए देहरादून, उधमसिंहनगर, हरिद्वार, चंपावत, पौड़ी और टिहरी जिलों में सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
राज्य की प्रमुख नदियां जैसे गंगा, काली और गौला उफान पर हैं, और भूस्खलन की घटनाओं के कारण कई मार्गों पर आवागमन प्रभावित हुआ है।
🏞️ उत्तर प्रदेश: 13 जिले बाढ़ से प्रभावित, गंगा-यमुना में उफान
उत्तर प्रदेश के 13 जिले बाढ़ की चपेट में हैं।
राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार:
- गंगा नदी वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर और बलिया में
- यमुना नदी औरैया, कालपी, हमीरपुर, प्रयागराज और बांदा में
- बेतवा नदी हमीरपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
राज्य में रविवार को औसतन 14.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि 24 जिलों में भारी बारिश हुई।
🚁 राजस्थान: सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण, अगले तीन दिन और बारिश की आशंका
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में भारी बारिश के बाद हालात बिगड़ने लगे हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चकेरी, जड़ावता, धनौली और अन्य क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और खंडार क्षेत्र में क्षतिग्रस्त पुलों का निरीक्षण किया। पूर्वोत्तर जिलों में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को सतर्क रहने और त्वरित राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
⚠️ सावधानी ही सुरक्षा
उत्तर भारत के चार प्रमुख राज्यों में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने लोगों से अपील की है कि नदियों के आसपास न जाएं, अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।