
नई दिल्ली, 6 अगस्त: संसद के मॉनसून सत्र का आज 13वां दिन भी भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी दलों के प्रदर्शन और शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही लगातार बाधित रही।
दिनभर की कार्यवाही में केवल पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान ही कुछ समय के लिए दोनों सदनों में कामकाज सामान्य रूप से चल पाया। इसके बाद एक बार फिर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, विपक्ष सरकार से विभिन्न मुद्दों पर तत्काल चर्चा और जवाबदेही की मांग कर रहा है, जिनमें मणिपुर हिंसा, महंगाई, बेरोजगारी और हालिया आतंकी घटनाएं प्रमुख हैं।
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने सोमवार को राज्यसभा में कार्यस्थगन नोटिस देते हुए बिहार में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) पर चर्चा की मांग की है। उन्होंने दावा किया कि इस प्रक्रिया में व्यापक अनियमितताएं और पक्षपात के आरोप सामने आए हैं, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।
चौधरी ने सभापति से आग्रह किया कि इस विषय पर सदन में तत्काल चर्चा कराई जाए, ताकि निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके और मतदाता अधिकारों की रक्षा हो।