राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने गौ हत्या को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं के घरों से ही तो वहां काटने के लिए पहुंचती हैं, उन्हें वहां ले जाने वाले कौन हैं, हिन्दू ही तो हैं। सभी से गौ सेवा करने का आह्वान करते हुए भागवत ने कहा है कि गाय दुनिया की तमाम समस्याओं का समाधान है। उन्होंने फिर सवाल उठाया, ‘‘हम गाय को माता कहते हैं। गायों को कटने के लिए भेजना क्या एक पुत्र का कर्तव्य है ?’’ उन्होंने जवाब भी दिया, ‘‘नहीं, हम गाय की सेवा करेंगे। हम अपनी गाय को ऐसे नहीं जाने देंगे। हम सदा उसे अपने पास रखेंगे। मरने के बाद उसका सींग भी हमारे काम आता है। उसकी खाल भी काम आती है। वह मृत्युपर्यंत भी हमारी सेवा करती है तो हम जीवित रहते हुए उसकी सेवा क्यों नहीं कर सकते।’’
संघ प्रमुख ने कहा ‘‘गाय के बारे में हमने पूर्वजों से जाना, जिन्होंने स्वयं अनुभव कर यह ज्ञान प्राप्त किया। लेकिन अब दुनिया को बताने के लिए हमें उनकी ही भाषा में उनके ही मानकों के अनुसार गाय के बारे में अर्जित ज्ञान बताना होगा। यह संस्थान यही काम करेगा। यदि हम गऊ को माता कहते हैं तो पुत्र का कर्तव्य तो निभाना ही पड़ेगा।’’ भागवत मंगलवार को मथुरा के फरह क्षेत्र में स्थित परखम गांव में 70 एकड़ के दायरे में दीनदयाल कामधेनु गौशाला समिति द्वारा 200 करोड़ की लागत से प्रारंभ किए गए दीनदयाल गौ-विज्ञान, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र में प्रथम चरण में निर्मित प्रशासनिक भवन, क्लास रूम और बायोगैस जनरेटर चलित बुनकर केंद्र का लोकार्पण करने पहुंचे थे।