यूपी में स्टार्टअप इकोसिस्टम को नया आयाम: सीएम योगी ने ‘यूपी मार्ट पोर्टल’ लॉन्च किया, 17 MoU पर हुए हस्ताक्षर
'सीएम युवा योजना' को बताया आत्मनिर्भरता की नींव, पिछली सरकारों पर भी साधा निशाना

लखनऊ, 31 जुलाई | संवाददाता: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राजधानी लखनऊ में आयोजित ‘मुख्यमंत्री युवा कॉन्क्लेव’ के उद्घाटन के अवसर पर राज्य के स्टार्टअप और युवा उद्यमिता को मजबूती देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया। इस मौके पर उन्होंने ‘यूपी मार्ट पोर्टल’ की शुरुआत की, जो स्टार्टअप्स और युवा उद्यमियों के लिए मशीनरी व संसाधनों की सहज आपूर्ति का मंच होगा।
इसी दौरान मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 17 महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए, जिनका उद्देश्य राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश और उद्योगों को गति देना है।
स्टार्टअप्स को मिलेगी तकनीकी पहुंच, ‘यूपी मार्ट’ पोर्टल बना माध्यम
सीएम योगी ने बताया कि ‘यूपी मार्ट’ पोर्टल के ज़रिए अब राज्य में स्टार्टअप्स और नवाचार आधारित परियोजनाओं को आवश्यक मशीनरी और उपकरणों की आपूर्ति एक ही मंच पर उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा,
“यह केवल एक योजना नहीं, एक आंदोलन है — उन युवाओं के लिए जो सपने देखते हैं लेकिन संसाधनों के अभाव में रुक जाते हैं।”
17 MoU पर हस्ताक्षर, उद्यमिता को मिलेगी नई उड़ान
कॉन्क्लेव के दौरान कुल 17 MoU साइन किए गए, जिनमें विनिर्माण, आईटी, एग्रो-बेस्ड इंडस्ट्रीज़ और नवाचार केंद्रों की स्थापना शामिल हैं। ये साझेदारियां प्रदेश में रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगी।
‘सीएम युवा योजना’ से हज़ारों युवाओं को मिला आत्मनिर्भरता का ज़रिया
सीएम योगी ने मंच पर योजना के लाभार्थियों की सफलता की कहानियों का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘सीएम युवा योजना’ ने युवाओं को बिना गारंटी और ब्याज-मुक्त ऋण देकर उनके व्यवसायिक सपनों को पंख दिए हैं।
✅ अब तक 68,000 से अधिक युवाओं को ₹2,751 करोड़ का ऋण प्रदान किया जा चुका है।
✅ योजना में 10% मार्जिन मनी की व्यवस्था भी राज्य सरकार द्वारा की गई है।
“शैक्षणिक संस्थान समाज से कट रहे हैं” – सीएम की चेतावनी
कॉन्क्लेव में उपस्थित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और युवाओं को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने शैक्षणिक संस्थानों और समाज के बीच बढ़ते ‘विचारात्मक अलगाव’ पर चिंता जताई।
उन्होंने कहा,
“हमारे संस्थान अलग-थलग द्वीप बनते जा रहे हैं, जो समाज व सरकारी योजनाओं से कटाव पैदा कर रहे हैं। यह बेहद खतरनाक स्थिति है।”
पिछली सरकारों पर साधा निशाना, ‘एमएसएमई को बंद करने की साजिश’ का आरोप
बिना किसी पार्टी का नाम लिए सीएम योगी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा,
“एमएसएमई सेक्टर की अहमियत को पहले कभी समझा ही नहीं गया। सत्ता हथियाने के लिए समाज को बांटने वाली सोच कभी भी युवाओं के भविष्य की बात नहीं कर सकती।”
उन्होंने पूर्ववर्ती शासनकाल को ‘भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी और पलायन की राजनीति’ का पर्याय बताया।
‘एक ज़िला एक उत्पाद’ बना राष्ट्रीय ब्रांड
सीएम ने अपनी सरकार की प्रमुख योजना ‘ODOP – एक ज़िला, एक उत्पाद’ का उल्लेख करते हुए कहा कि आज यह योजना न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए मॉडल बन चुकी है।
उन्होंने कहा कि “स्वरोजगार से स्वावलंबन तक की यात्रा” अब एक सशक्त युवा आंदोलन में बदल चुकी है।
यूपी का युवा केंद्र में, विकास की रफ्तार तेज
कॉन्क्लेव के ज़रिए सरकार ने स्पष्ट संकेत दिया कि उत्तर प्रदेश में युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बनाने की दिशा में ठोस पहल की जा रही है। ‘सीएम युवा योजना’, ‘यूपी मार्ट’, और ‘ODOP’ जैसी योजनाएं इस दिशा में नींव का पत्थर साबित हो रही हैं।