
काठमांडू (भाषा): नेपाल में पर्यटन उद्योग लगातार सुधार के संकेत दे रहा है। नेपाल पर्यटन बोर्ड (NTB) द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2025 में देश में हवाई मार्ग से आए अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या 1.28 लाख से अधिक रही, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 3.3 प्रतिशत अधिक है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस अवधि में नेपाल आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या सबसे ज़्यादा रही, जिन्होंने कुल विदेशी आगंतुकों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
अक्टूबर में 1.28 लाख विदेशी सैलानी पहुंचे नेपाल
नेपाल पर्यटन बोर्ड (NTB) की रविवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक,
- अक्टूबर 2025 में कुल 1,28,300 विदेशी पर्यटक हवाई मार्ग से नेपाल पहुंचे।
- अक्टूबर 2024 में यह संख्या 1,24,200 के आसपास थी।
इस प्रकार, नेपाल ने साल-दर-साल (YoY) आधार पर 3.3% की वृद्धि दर्ज की।
पर्यटन बोर्ड ने बताया कि यह वृद्धि मुख्य रूप से त्योहारों के मौसम (दशैं और तिहार), ट्रेकिंग सीजन की शुरुआत, और भारतीय व दक्षिण-पूर्व एशियाई पर्यटकों की बढ़ती आमद के कारण हुई है।
भारतीय पर्यटक शीर्ष पर, अमेरिका और चीन दूसरे-तीसरे स्थान पर
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय पर्यटक नेपाल के लिए सबसे बड़ा बाजार बने हुए हैं।
अक्टूबर में नेपाल पहुंचे कुल पर्यटकों में से लगभग 31% भारतीय नागरिक थे।
दूसरे स्थान पर अमेरिका और तीसरे पर चीन रहा।
स्रोतवार आगमन के अनुमानित आंकड़े इस प्रकार हैं:
- भारत: 39,200
- अमेरिका: 16,700
- चीन: 10,300
- ऑस्ट्रेलिया: 6,400
- ब्रिटेन: 5,900
- जर्मनी: 4,700
नेपाल पर्यटन बोर्ड के अनुसार, भारत-नेपाल के बीच खुले सीमाई संबंध, सांस्कृतिक निकटता, और तीर्थ पर्यटन (पशुपतिनाथ, लुंबिनी) जैसे कारक भारतीय पर्यटकों को लगातार आकर्षित कर रहे हैं।
त्योहार और ट्रेकिंग सीजन ने बढ़ाई रौनक
अक्टूबर और नवंबर महीनों को नेपाल का “गोल्डन टूरिस्ट सीजन” माना जाता है, क्योंकि इस दौरान मौसम साफ होता है और पर्वतीय ट्रेकिंग के लिए यह सबसे उपयुक्त समय होता है।
एवरेस्ट, अन्नपूर्णा और लांगटांग सर्किट जैसे ट्रेकिंग मार्गों पर विदेशी पर्वतारोहियों और साहसिक पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई।
नेपाल पर्यटन बोर्ड के प्रवक्ता मनोज बस्नेत ने कहा,
“दशैं और तिहार के त्योहारों के दौरान नेपाल आने वाले भारतीय और बांग्लादेशी सैलानियों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। साथ ही, पश्चिमी देशों से आने वाले ट्रेकर्स ने भी इस महीने पर्यटन उद्योग को गति दी है।”
कोविड-19 के बाद धीरे-धीरे पटरी पर लौटता पर्यटन
नेपाल का पर्यटन क्षेत्र 2020-22 के दौरान कोविड महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
2020 में जहां केवल 2.3 लाख विदेशी पर्यटक नेपाल पहुंचे थे, वहीं 2023 में यह संख्या 10 लाख के पार चली गई।
अब 2025 में, नेपाल सरकार का लक्ष्य 15 लाख विदेशी पर्यटक आकर्षित करने का है।
पर्यटन बोर्ड के अनुसार, वर्ष 2025 के जनवरी से अक्टूबर तक कुल 11.2 लाख अंतरराष्ट्रीय पर्यटक नेपाल आ चुके हैं, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में लगभग 8% अधिक है।
भारतीय पर्यटकों के लिए नेपाल की बढ़ती लोकप्रियता
नेपाल भारतीय सैलानियों के लिए एक सुलभ, किफायती और सांस्कृतिक रूप से जुड़ा हुआ पर्यटन गंतव्य बन चुका है।
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और वाराणसी से काठमांडू, पोखरा और जनकपुर के लिए सीधी उड़ानों की उपलब्धता ने भी यात्रा को आसान बना दिया है।
इसके अलावा, रेल और सड़क मार्ग से भी बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटक नेपाल पहुंच रहे हैं, हालांकि यह रिपोर्ट केवल हवाई आगमन को शामिल करती है।
ट्रैवल इंडस्ट्री विशेषज्ञ राकेश लोहानी कहते हैं,
“भारतीय पर्यटकों के लिए नेपाल एक ‘वीजा-फ्री डेस्टिनेशन’ है। कम दूरी, साझा धार्मिक स्थल और प्राकृतिक सौंदर्य इसे परिवारिक और तीर्थ यात्रा दोनों के लिए आकर्षक बनाते हैं।”
सरकारी प्रयास और प्रमोशन अभियानों का असर
नेपाल सरकार ने हाल के वर्षों में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए कई अभियान शुरू किए हैं।
‘Visit Nepal Decade 2025-2035’ कार्यक्रम के तहत सरकार ने लक्ष्य रखा है कि अगले दस वर्षों में विदेशी आगंतुकों की संख्या को दोगुना किया जाए।
साथ ही, ‘Spiritual Nepal’, ‘Adventure Awaits’ और ‘Himalayan Wonders’ जैसे प्रचार अभियानों के ज़रिए अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में नेपाल की छवि को पुनः मजबूत करने की कोशिश की जा रही है।
नेपाल पर्यटन बोर्ड की सीईओ डॉ. मीना प्रधान ने कहा,
“हम अब डिजिटल माध्यमों और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर नए अभियान चला रहे हैं ताकि युवा पर्यटक वर्ग तक सीधे पहुंच बनाई जा सके। भारत, चीन और यूरोप हमारे मुख्य फोकस क्षेत्र हैं।”
चुनौतियाँ बरकरार: इंफ्रास्ट्रक्चर और मौसम बड़ी बाधा
हालांकि यह वृद्धि उत्साहजनक है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि नेपाल को अभी भी पर्यटन ढांचे (Tourism Infrastructure) में सुधार की आवश्यकता है।
अनेक लोकप्रिय ट्रेकिंग क्षेत्रों में सड़क और संचार सुविधाओं की कमी, तथा काठमांडू एयरपोर्ट पर सीमित क्षमता, पर्यटकों की बढ़ती संख्या को संभालने में चुनौती पेश कर रही है।
इसके अलावा, मौसमी निर्भरता भी बड़ी बाधा है — मानसून (जून से सितंबर) के दौरान यात्रियों की संख्या लगभग आधी रह जाती है।
सुधार की दिशा में सकारात्मक संकेत
अक्टूबर 2025 के आंकड़े यह दर्शाते हैं कि नेपाल का पर्यटन उद्योग महामारी के बाद फिर से रफ्तार पकड़ रहा है। भारतीय पर्यटकों की बढ़ती संख्या न केवल नेपाल की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है, बल्कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय पर्यटन सहयोग को भी मज़बूती देती है।
पर्यटन बोर्ड को उम्मीद है कि नवंबर और दिसंबर में भी यही रुझान जारी रहेगा और नेपाल वर्ष 2025 को अपने “रिकवरी ईयर” के रूप में दर्ज करेगा।



