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उत्तराखंड : कृषि सचिव की अध्यक्षता में आयोजित “प्राकृतिक खेती” को बढ़ावा देने हेतु राष्ट्रस्तरीय कार्यशाला

दिनॉक 16.4.2022 को सचिवालय, उत्तराखण्ड, देहरादून में डा0 आर0 मीनाक्षी सुंदरम, सचिव, कृषि की अध्यक्षता में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु राष्टस्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभाग करने वाले विभिन्न विभागों एवं कृषकों का स्वागत श्री विनय कुमार, सचिव, उत्तराखण्ड जैविक उत्पाद परिषद द्वारा किया गया। कार्यशाला में डा0 नीलम पटेल , वरिष्ठ सलाहकार (कृषि), नीति आयोग द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में प्राकृतिक खेती से होने वाले लाभ, उसकी महत्ता तथा उपयोग के संबन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी। इसके साथ ही विभिन प्रदेशो से आये विशेषज्ञों द्वारा भी अपने विचार कार्यशाला में साझा किये गये, जिसमें डा0 राजेश्वर सिंह चंदेल, एक्जीक्यूटिव डायेरक्टर, प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना द्वारा हिमांचल प्रदेश, डा0 टी0 विजय कुमार, वी०सी०,रायठू साधीकरा संस्था द्वारा आन्ध्र प्रदेश, डा0 हरिओम, समन्वयक, कृषि विज्ञान केन्द्र,कुरूक्षेत्र द्वारा हरियाणा, डा0 डी0वी0 बडोत, निदेशक, आतमा/समिति, गुजरात द्वारा गुजरात में प्राकृतिक खेती के संबन्ध में चलाये जा रहे कार्यक्रमों तथा उनसे होने वाले लाभ के संबन्ध में कृषकों को विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। उक्त के अतिरिक्त श्री गोपाल उपाध्यया, लोक भारती ट्रस्ट, लखनउ द्वारा ऑन लाइन कार्यशाला में प्रतिभाग कर अपने विचार/अनुभव ब्यक्त किये। डा0 ए0के0 यादव द्वारा द्वारा भी भारत सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती के संबन्ध में भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में चलाये जा रहे कार्यक्रमो तथा किसानों को उनसे प्रदत्त लाभो के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गयी। कार्याशाला में डा0 दुर्गेश पंत द्वारा उत्तराखण्ड में प्राकृतिक खेती की संभावनाओं के संबन्ध में बताया गया। सचिव, कृषि द्वारा अवगत कराया गया कि उत्तराखण्ड में वर्तमान में कुल कृषि भूमि का 34 प्रतिशत क्षेत्र जैविक कृषि के अन्तर्गत आच्छादित किया जा चुका हैं, जिसके मददेनजर प्रदेश में पारम्परिक रूप से जैविक क्षेत्र को प्राकृतिक खेती में परिवर्तित करने के लिए प्रयास किये जायेगें तथा देश के अन्य क्षेत्रों में जहाँ प्राकृतिक खेती के अच्छे प्रयोग तथा कृषकों के अनुभव हैं उन क्षेत्रो में उत्तराखण्ड के कृषकों का भ्रमण कराया जायेगा।
कार्यशाला में कृषि एवं रेखीय विभागों से आये कृषकों के साथ प्रश्नोत्तरि के रूप में भी संवाद कार्यक्रम चला, जिसमें विभिन्न कृषकों की शंकाओं का समाधान कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किया गया।
बैठक में उपरोक्त के अतिरिक्त डा0 आर0एस0चन्देल, निदेशक प्रसार, भरसार, डा प्रेम कुमार, निदेशक, पशुपालन, निदेशक, रेशम, निदेशक, उद्यान, कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पन्तनगर, डा० अनिल कुमार शर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक,पन्तनगर विश्वविद्यालय, कैप आदि विभागों के अधिकारि तथा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आये प्रगतिशील कृषक श्री दीपक उपाध्याय, राजेश डबराल, पी०डी० उनियाल, सतीश पाल, आकाश रस्तोगी आदि ने प्रतिभाग किया गया हैं।
अन्त में डा0 ए0के0उपाध्याय, संयुक्त कृषि निदेश, जैविक महोदय द्वारा कार्यशाला में प्रतिभाग करने हेतु सभी का आभार/धन्यवाद व्यक्त करते हुये कार्यक्रम का समापन किया गया।

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