
नई दिल्ली, 2 सितंबर: देशभर में मानसूनी बारिश ने हाहाकार मचा रखा है। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। सोमवार सुबह शुरू हुई दिल्ली-एनसीआर की मूसलाधार बारिश मंगलवार सुबह तक थमी नहीं। अब भी रुक-रुककर बूंदाबांदी जारी है। वहीं, उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों के हालात खराब बने हुए हैं।
पहाड़ों पर तबाही, बादल फटने की घटनाएं
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश का सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है। कहीं बादल फट रहे हैं तो कहीं पहाड़ टूटकर आबादी पर कहर बरपा रहे हैं। जमीन खिसकने और मकान ढहने जैसी घटनाओं से हालात और गंभीर हो गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में लगातार हो रही बारिश से एक बड़े भू-धंसाव (लैंडस्लाइड) की वजह से कई घर खतरे में आ गए। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया।
हिमाचल की तस्वीर: पांच दिन कमजोर, बाकी में सामान्य, पर तबाही भारी
मौसम विभाग ने बताया कि 25 और 26 अगस्त को हिमाचल में मानसून अति सक्रिय रहा। मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति और चंबा जिलों में बारिशजनित घटनाओं से भारी तबाही दर्ज की गई। अगस्त महीने में केवल पांच दिन मानसून कमजोर रहा, शेष दिनों में सामान्य स्थिति बनी रही।
मैदानों में भी आफत
दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र तक लगातार हो रही बारिश ने सामान्य जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। जगह-जगह जलभराव, सड़क जाम और हादसों के मामले सामने आ रहे हैं।
पड़ोसी पाकिस्तान में भी हालात गंभीर
भारत ही नहीं, पाकिस्तान में भी बारिश और बाढ़ ने हाहाकार मचा दिया है। वहां भी कई जिलों में जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक भारी से अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। 3 सितंबर तक खासकर उत्तर-पश्चिम भारत – हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मूसलाधार बारिश की आशंका जताई गई है।