गुजरात: सुरेंद्रनगर जिले के जिंजुवाड़ा गांव में शुक्रवार दोपहर पुलिस के एक दल पर धारदार हथियारों और लाठियों से लैस भीड़ ने हमला कर एक कुख्यात अपराधी को छुड़ा लिया. भीड़ के हमले में एक दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस उपाधीक्षक जेडी पुरोहित ने कहा कि उपनिरीक्षक केसी डांगर और दो कांस्टेबल पर उस समय हमला किया गया जब वे एक कथित शराब तस्कर जलसिंह जाला के साथ एक निजी कार से जिंजुवाड़ा पुलिस थाना लौट रहे थे. कुछ समय फरार रहने के बाद जाला को पकड़ा गया था. जिंजुवाड़ा निवासी जाला एक खतरनाक अपराधी है और उसे पहले भी दंगा, लूट और हमले जैसे विभिन्न अपराधों के लिए गिरफ्तार किया जा चुका है. वह पाटन जिले में दर्ज अवैध शराब तस्करी के एक मामले में वांछित था. पाटन पुलिस उसे नहीं पकड़ पाई, इसलिए उसने पुलिस से मदद मांगी थी.”
पुलिस अधिकारी ने बताया कि भीड़ के हमले में डांगर को गंभीर चोटें आईं और उन्हें अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दो कांस्टेबल को भी मामूली चोटें आई हैं. पुलिस उपाधीक्षक ने कहा, “इस दौरान जाला भागने में कामयाब रहा. उसे और पुलिस दल पर हमला करने वाली भीड़ में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए कई टीम गठित की गई हैं. जेडी पुरोहित ने कहा कि जाला को क्रिकेट खेलते समय एक गुप्त सूचना पर पकड़ लिया गया था, लेकिन उसके एक सहयोगी ने उसे छुड़ाने के लिए भीड़ इकट्ठा कर ली.जब पीएसआई और उनकी टीम ज़ाला के साथ एक कार में ज़िंज़ुवाड़ा गांव के प्रवेश द्वार पर पहुंची, तो भीड़ ने उन पर धारदार हथियारों और लाठियों से हमला कर दिया.”