
सुप्रीम कोर्ट ने आज से अपनी पहली विशेष लोक अदालत शुरू की। इस लोक अदालत के जरिए सुप्रीम कोर्ट की कोशिश है कि जो भी सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामले हैं, उन पर जल्दी सुनवाई की जाए। आज से 3 अगस्त तक रोजाना लोक अदालत चलेंगे। चीफ जस्टिस डी वाई.चंद्रचूड़ ने इस पर अपने अनुभव शेयर किया है। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों के साथ लोक अदालत पैनल के हिस्से के रूप में बार सदस्यों की उपस्थिति ने पूरे समाज में यह सही संदेश दिया है कि हम न्याय करने के अपने प्रयासों में एकजुट हैं, खासकर इन छोटे-छोटे मामलों में शामिल नागरिकों के लिए। मुझे उम्मीद है कि इस लोक अदालत के साथ यह अब भविष्य में सुप्रीम कोर्ट में संस्थागत हो जाएगा।”
#WATCH | Delhi: CJI DY Chandrachud says, "The Lok Adalat is being held throughout this week by 7 benches of the Supreme Court. Our experience today was that it was a resounding success. Lok Adalat which has the cooperation of the Bar, Supreme Court Judges, and extensive ground… https://t.co/mDvmXOOBDO pic.twitter.com/IDrRkDR13H
— ANI (@ANI) July 29, 2024
आज चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने इस पर जानकारी देते हुए कहा, “इस पूरे हफ्ते सुप्रीम कोर्ट की 7 बेंचों द्वारा लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। आज हमारा अनुभव यह रहा कि यह एक शानदार सफलता थी। लोक अदालत में बार, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों का सहयोग है, तथा हाई कोर्ट्स, राज्य सरकारों और बीमा कंपनियों द्वारा व्यापक जमीनी कार्य किया गया है। इसका उद्देश्य छोटे-छोटे मामलों का निपटारा करना है। लोगों को यह एहसास नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट में छोटे-छोटे मामले कैसे आते हैं, इसलिए हमने सेवा विवाद, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण मामले, मोटर दुर्घटना दावा मामले, चेक अनादर मामले जैसे मामलों को चुना हैं।