बद्रीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ की पहाड़ी से भूस्खलन फिर हुई सक्रिय
रुद्रप्रयाग जिले में बीते दो दिनों से बारिश हो रही है। मानसून सीजन आने से पहले ही बारिश के इस तरह होने से बद्रीनाथ हाईवे पर भूस्खलन प्रभावित जोन भी सक्रिय हो गए हैं।

राजमार्ग के संकरा होने से घंटों लग रहा जाम
छह किमी का सफर ढाई से तीन घंटे में हो रहा पूरा
देश-विदेश से यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही रुद्रप्रयाग और चमोली की जनता परेशान
देहरादून। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश ने चारधाम यात्रा में आ रहे श्रद्धालुओं के लिए परेशानी खड़ी करने का काम किया है। बीते दो दिनों से हो रही तेज बारिश के चलते बद्रीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ भूस्खलन प्रभावित जोन सक्रिय हो गया है, जिससे पहाड़ी से गिरता मलबा और बोल्डर राजमार्ग को बाधित कर रहा है। हालात ऐसे हो गए हैं कि पांच से छह किमी के सफर को तय करने के लिए घंटों का समय लग रहा है। ऐसे में तीर्थयात्रियों में गुस्सा और आक्रोश भी देखा जा रहा है।
रुद्रप्रयाग जिले में बीते दो दिनों से बारिश हो रही है। मानसून सीजन आने से पहले ही बारिश के इस तरह होने से बद्रीनाथ हाईवे पर भूस्खलन प्रभावित जोन भी सक्रिय हो गए हैं। पहले मानसून सीजन में इस प्रकार की स्थिति देखने को मिलती थी, मगर अब मानसून से पहले ही समस्या ने विकराल रूप धारण कर दिया है। जिस कारण चारधाम यात्रा में आ रहे श्रद्धालुओं के साथ ही रुद्रप्रयाग और चमोली की जनता भी खासी प्रभावित हो रही है और वे प्रदेश सरकार पर आक्रोश जता रहे हैं।
बीते शनिवार रात से हो रही भारी बारिश के चलते बद्रीनाथ हाईवे के कई जगहों पर यात्रियों और स्थानीय जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे के सिरोबगड़ में मलबा आने के कारण कुछ समय बाधित रहा, मगर राजमार्ग खुलने के बाद अब इस स्थान पर मार्ग संकरा होने के कारण घंटों जाम लग रहा है। एनएच विभाग की ओर से इस स्थान पर जेसीबी तैनात की गई है, जिससे राजमार्ग पूर्णरूप से बंद होने पर शीघ्र खोला जा सके। मगर सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां पर राजमार्ग संकरा होने से घंटो जाम लग रहा है। तीर्थयात्रियों को धारी देवी मंदिर से सम्राट होटल तक जाम का सामना करना पड़ रहा है। श्रद्धालु छः किमी के सफर को ढाई से तीन घंटे में पूरा कर रहे हैं। यहां पर वाहन रेंग-रेंग कर चल रहे हैं। चारधाम यात्रा में आए श्रद्धालुओं के साथ ही रुद्रप्रयाग और चमोली की जनता खासी परेशान हो रही है। तीन दशक से बद्रीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ भूस्खलन प्रभावित जोन चारधाम यात्रा के दौरान परेशानी खड़ी कर रहा है, बाजवूद इसके प्रदेश और केन्द्र सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा है। ऑल वेदर परियोजना के तहत बनाए जा रहे पपड़ासू-खांखरा बाईपास का निर्माण कार्य भी सात सालों से अधर में लटका पड़ा है। ऐसे में तीर्थयात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करके यात्रा पूरी करनी पड़ रही है। राजमार्ग पर घंटों जाम लगने से तीर्थयात्रियों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है और वे सरकार को कोस रहे हैं।
पपड़ासू-खांखरा बाईपास ही सिरोबगड़ समस्या का समाधान: चौहान,
देहरादून। तीन दशक से रुद्रप्रयाग और चमोली जिले की जनता के साथ देश-विदेश से चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बद्रीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ भूस्खलन जोन की समस्या से जूझना पड़ रहा है। इसके समाधान को लेकर ऑल वेदर परियोजना के तहत पपड़ासू-खांखरा बाईपास निर्माण कार्य शुरू किया गया, लेकिन 7 साल होने के बावजूद भी बाईपास का निर्माण नहीं हो पाया है। डेढ़ सौ करोड़ की लागत से बनने वाले इस बाईपास का कार्य आज तक पूरा नहीं हो पाया है। निर्माण कार्य के नाम पर मात्र एक पुल ही बन पाया है, जबकि दो पुलों का आधा-अधूरा कार्य छोड़ा गया है। ग्राम प्रधान पपड़ासू विमल चौहान ने कहा कि करोड़ों रूपए खर्च होने के बाद पपड़ासू-खांखरा बाईपास निर्माण कार्य अधर में लटका पड़ा है। यदि यह कार्य आज पूरा हो जाता तो चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ रुद्रप्रयाग-चमोली जिले की जनता को मुसीबतों का सामना नहीं करना पड़ता। सिरोबगड़ में राजमार्ग संकरा होने के साथ ही बारिश होने पर पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है, जिस कारण घंटों जाम लग रहा है। इस समस्या का जल्द समाधान होना जरूरी है, वरना लोग परेशान होते रहेंगे।
हाईवे की खोखली पहाड़ियां मन में करती हैं डर पैदा: यात्री,
देहरादून। बद्रीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ और चमधार में जाम लगने से तीर्थयात्री खासे परेशान रहे। उन्हें राजमार्ग पर जहां घंटों जाम का सामना करना पड़ा, वहीं उन्हें खाने-पीने की चीजों के लिए भी भटकना पड़ा। राजमार्ग पर लगे लम्बे जाम के कारण तीर्थयात्री यहां-वहां शौच करते रहे। इसके साथ ही राजमार्ग पर खोखली पहाड़ियों को देखकर भी तीर्थयात्रियों के मन में डर सा नजर आया। मुम्बई से चारधाम यात्रा पर आए धीरज सिंह, दिवाकर यादव, सूरज मेहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार को स्लाइड जोन एरिया का समय से ट्रीटमेंट करवाना चाहिए। वे चारधाम की यात्रा में बीते दस सालों से आ रहे हैं और हर बार जब वे यहां आते हैं तो उन्हें इस समस्या का सामना करना पड़ता है। यहां हल्की सी बारिश में स्लाइड जोन सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में समय पर कार्य करते हुए यात्रियों को राहत देने का काम किया जाना चाहिए।
धीरे-धीरे पार हो रहे वाहन: कोंडे,
देहरादून। पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने कहा कि बद्रीनाथ हाईवे के सिरोबगड़ में मलबा आने के बाद सफाई का कार्य करवाया गया, लेकिन यहां पर राजमार्ग संकरा हो गया है। जिस कारण वाहनों को निकलने में परेशानी हो रही है। सिरोबगड़ में वाहनों को दोनों छोरों से धीरे-धीरे पार करवाया जा रहा है। उन्होंने तीर्थयात्रियों से धैर्य बनाए रखने और अपनी लेन में आगे बढ़ने की अपील की। साथ ही कहा कि यातायात व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें।