
प्रवादून कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा कि हरेला पर्व हमारी लोक संस्कृति, प्रकृति और पर्यावरण के साथ जुड़ाव का भी प्रतीक है। हमारी प्रकृति को महत्व देने की हमारी परंपरा रही है और हम प्रकृति के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं। हमारी इन परंपराओं का वैज्ञानिक आधार भी है। हमें उत्तराखंड की पर्यावरण हितैषी परंपराओं को आगे बढ़ाना है।
उनियाल ने कहा कि हमे पर्यावरण के प्रति सजग होने की जरूरत है । आज लाखों की संख्या में वृक्ष काटे जा रहे हैं जो मानवता के लिए बड़ा खतरा है । डोईवाला क्षेत्र में एयरपोर्ट विस्तारीकरण,सीपेट व अन्य सरकारी योजनाओं के लिए हजारों वृक्ष काटे जा चुके हैं । राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण के लिए बड़कोट,रानीपोखरी से ऋषिकेश तक करीब ढाई हजार पेडों को काटे जाने की योजना है जिसका कांग्रेस संगठन द्वारा विरोध किया जा रहा है । पेड़ लगाना जरूरी है तो सालों पुराने पेडों का संरक्षण करना भी अति आवश्यक है जिसके लिए संगठन द्वारा बड़ा अभियान चलाया जाएगा ।
लच्छीवाला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गौरव मल्होत्रा ने कहा कि हरेला पर्व नए फसलों की शुरुआत का भी प्रतीक है। इस दिन लोग अच्छी फसल की कामना करते हैं। हरेला पर्व सामाजिक सद्भाव का भी प्रतीक माना जाता है।
कांग्रेस प्रदेश सचिव सागर मनवाल व जिला महासचिव कमल अरोड़ा ने कहा कि जीवन में अपने शुभ अवसर पर अपने घर में शादी ब्याह हो या कथा पुराण हो या जन्मदिन मना रहे हैं तो उस अवसर पर एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए व संरक्षण करना चाहिए ।
इस दौरान परवादून कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल, कांग्रेस प्रदेश सचिव सागर मनवाल, लच्छीवाला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गौरव मल्होत्रा, कांग्रेस जिला महासचिव कमल अरोड़ा, मुकेश अग्रवाल, शुभम काम्बोज आदि उपस्थित रहे ।