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उत्तर भारत में भारी बारिश से हाहाकार, दिल्ली-NCR पर बाढ़ का खतरा, पंजाब का हाल बेहाल

यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे हालात का जायजा

नई दिल्ली, 3 सितंबर 2025 उत्तर भारत के कई हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। दिल्ली-NCR, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल में बारिश ने जहां बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं, वहीं मैदानी राज्यों में भी सड़कें जलमग्न हैं।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 6 सितंबर तक दिल्ली-NCR और आसपास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। इसके चलते प्रशासन ने अलर्ट घोषित कर दिया है और राहत-बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं।


यमुना खतरे के निशान से ऊपर, दिल्ली में बाढ़ का संकट

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

  • बुधवार को दोपहर 1 बजे पुराना रेलवे पुल (ORB) पर यमुना का जलस्तर 207 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से करीब 2 मीटर ऊपर है।
  • निचले इलाकों से अब तक 7,500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
  • जलस्तर बढ़ने का मुख्य कारण वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा जा रहा पानी है।

👉 अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो राजधानी दिल्ली को बड़े पैमाने पर बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है।


पंजाब में हालात गंभीर

भारी बारिश और नदियों में बढ़ते जलस्तर ने पंजाब को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। कई जिलों में पानी घरों और खेतों में घुस गया है।

  • सैकड़ों गांवों का संपर्क टूटा।
  • हजारों एकड़ फसलें जलमग्न।
  • ग्रामीण इलाकों में पशुधन पर भी बड़ा खतरा।

👉 पंजाब सरकार ने प्रभावित जिलों में रेस्क्यू टीमों को तैनात किया है। वहीं, केंद्र ने भी मदद का आश्वासन दिया है।


केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का दौरा

बढ़ते संकट को देखते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज गुरुवार को पंजाब पहुंचेंगे।

  • वह बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।
  • किसानों की फसल और बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान का आकलन करेंगे।
  • राज्य सरकार और अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।

👉 माना जा रहा है कि इस दौरे के बाद केंद्र सरकार राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है।


दिल्ली-NCR में यातायात ठप

लगातार बारिश और जलभराव ने दिल्ली-NCR के यातायात को भी बुरी तरह प्रभावित किया है।

  • गुरुग्राम और नोएडा की कई प्रमुख सड़कें पानी में डूबीं।
  • दिल्ली के आईटीओ, मथुरा रोड और कश्मीरी गेट इलाके में लंबा जाम।
  • मेट्रो सेवाओं पर फिलहाल असर नहीं, लेकिन लो-लाईंग एरिया के स्टेशनों पर अलर्ट।

मौसम विभाग की चेतावनी

IMD ने कहा है कि अगले 72 घंटे बेहद अहम हैं।

  • दिल्ली-NCR में 6 सितंबर तक भारी बारिश की आशंका।
  • उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में भूस्खलन और बादल फटने का खतरा
  • पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फ्लैश फ्लड की संभावना।

सरकार और प्रशासन की तैयारी

दिल्ली और पंजाब में प्रशासन ने आपात बैठकें की हैं।

  • एनडीआरएफ की टीमें तैनात।
  • राहत शिविरों में हजारों लोगों को शरण दी गई है।
  • मेडिकल टीम और मोबाइल अस्पताल भी सक्रिय कर दिए गए हैं।
  • बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बोट और मोटरबोट से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी।

किसानों और व्यापारियों पर असर

  • पंजाब और हरियाणा में धान और सब्ज़ियों की फसल को भारी नुकसान।
  • दिल्ली की मंडियों में सब्जियों की सप्लाई प्रभावित, दाम बढ़ने लगे।
  • ट्रांसपोर्टेशन पर असर पड़ने से व्यापार जगत चिंतित।

जनता की मुश्किलें

बारिश और बाढ़ का असर सीधे आम लोगों की जिंदगी पर पड़ा है।

  • घरों में पानी घुसने से लोग बेघर।
  • बिजली कटौती और पेयजल संकट।
  • स्कूल-कॉलेज बंद करने पड़े।
  • आम यात्री और ऑफिस जाने वाले लोग सबसे ज्यादा परेशान।

विशेषज्ञों की राय

जलवायु विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार हो रही मूसलाधार बारिश क्लाइमेट चेंज का सीधा नतीजा है।

  • मानसून का पैटर्न असामान्य हो चुका है।
  • अल्पावधि में अत्यधिक बारिश (Cloudburst-Like Situation) अब आम हो रही है।
  • सरकार को जल प्रबंधन और शहरी बुनियादी ढांचे पर तुरंत ध्यान देना होगा।

निष्कर्ष: बड़ी चुनौती के सामने उत्तर भारत

उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी राज्य इस वक्त प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं।

  • दिल्ली-NCR पर बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है।
  • पंजाब में फसलें और गांव डूब रहे हैं।
  • केंद्रीय मंत्री का दौरा राहत की उम्मीद जगा रहा है।

👉 कुल मिलाकर, यह वक्त सरकार, प्रशासन और जनता—तीनों के धैर्य और सामूहिक प्रयास की परीक्षा है।

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