
पटना: राजधानी पटना के बहुचर्चित कारोबारी गोपाल खेमका हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुख्य आरोपी विकास उर्फ राजा सोमवार देर रात मालसलामी थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान पुलिस कार्रवाई में मारा गया, जबकि मामले का पहला आरोपी उमेश कुमार पहले ही गिरफ्त में आ चुका है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इस संबंध में मंगलवार को प्रेस वार्ता करेंगे।
हत्या के पीछे आर्थिक लेन-देन का एंगल, एक लाख में तय हुई थी सुपारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार शूटर उमेश कुमार ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने सिर्फ एक लाख रुपये की सुपारी में कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या की थी। घटना के दिन वह विकास के साथ मौके पर मौजूद था। उमेश की निशानदेही पर गंगा तट से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किए गए हैं।
संयुक्त कार्रवाई में कई हिरासत में, SIT की जांच तेज
एसटीएफ व पटना पुलिस की संयुक्त टीम ने उमेश की गिरफ्तारी के बाद कोतवाली थाना अंतर्गत उदयगिरी अपार्टमेंट में छापेमारी कर फ्लैट नंबर 601 से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। एनकाउंटर में मारे गए विकास की मौके पर मौजूदगी की पुष्टि भी की गई है।
डीजीपी का सख्त रुख, SIT को दिए गए थे स्पष्ट निर्देश
बिहार पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए SIT का गठन किया था। उन्होंने कहा था कि जांच हर संभावित एंगल से की जा रही है और पुलिस जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करेगी। रामगुलाम चौक के पास हुई वारदात की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है, हालांकि क्लब के कैमरों का बैकअप उपलब्ध नहीं हो सका है।
चार दिन पहले हुई थी हत्या, घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर मिला था शव
4 जुलाई की रात, पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित रामगुलाम चौक के पास अज्ञात हमलावरों ने व्यापारी गोपाल खेमका को गोली मार दी थी। वारदात के बाद शहर में दहशत का माहौल बन गया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर जांच तेज कर दी थी।
सूत्रों के अनुसार, इस हत्याकांड में अन्य लोगों की संलिप्तता से भी इनकार नहीं किया जा सकता। SIT अब साजिशकर्ता और आर्थिक लेन-देन के पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है।