
गोवा, 10 दिसंबर। गोवा के अर्पोरा इलाके में स्थित मशहूर नाइटक्लब Birch by Romeo Lane में 6 दिसंबर को लगी भीषण आग के मामले में बड़ा मोड़ आ गया है। क्लब के मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा को थाईलैंड में हिरासत में ले लिया गया है। दोनों को पकड़ने के लिए भारतीय एजेंसियां पिछले चार दिनों से लगातार इंटरनेशनल स्तर पर समन्वय कर रही थीं।
अधिकारियों के अनुसार, थाईलैंड पुलिस ने इंटरपोल अलर्ट और भारत से मिले इनपुट के आधार पर इन्हें हिरासत में लिया है। आगे की प्रक्रिया के तहत दोनों को भारत लाने के लिए प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
आग लगने के कुछ घंटों बाद ही विदेश भागने की साजिश
जांच में सामने आया है कि 6 दिसंबर की रात आग लगने के कुछ ही समय बाद दोनों भाइयों ने जल्दबाजी में देश छोड़ने की तैयारी कर ली थी।
दस्तावेज बताते हैं कि—
- दोनों ने रात 1:17 बजे थाईलैंड के लिए फ्लाइट टिकट बुक किए
- और सुबह 5:30 बजे फुकेत के लिए उड़ान पकड़ ली
अग्निकांड के दौरान क्लब में मौजूद कर्मचारियों और चश्मदीदों से मिली जानकारी के अनुसार, हादसे में कई लोग झुलसे थे और करोड़ों का नुकसान हुआ था, लेकिन क्लब मालिक मौके से न तो प्रशासन के संपर्क में आए और न ही जांच टीमों को सहयोग करने के लिए उपस्थित हुए।
कैसे लगी थी ये भीषण आग?
जांच में अब तक सामने आए प्राथमिक तथ्यों के मुताबिक, क्लब में लगी आग के पीछे कई लापरवाहियां जिम्मेदार दिखाई दे रही हैं। आग करीब रात 1 बजे शुरू हुई, जब क्लब में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
आग की संभावित वजहों में शामिल हैं—
- इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट
- क्लब में लगी सजावटी थर्मोकोल व लकड़ी की परतें
- अग्नि सुरक्षा मानकों की भारी कमी
- फायर एग्ज़िट और उपकरणों का गैर-कार्यात्मक होना
फायर विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट में यह संकेत है कि क्लब के अंदर लगी सजावटी सामग्री ने आग को तेजी से फैलाया। इसके अलावा इमरजेंसी एग्ज़िट का रास्ता भी पर्याप्त चौड़ा नहीं होने की शिकायतें आई हैं।
थाईलैंड पुलिस की भूमिका और भारत की अंतरराष्ट्रीय समन्वय कोशिशें
लूथरा बंधुओं के देश से भाग निकलने के बाद गोवा पुलिस ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। इसके बाद—
- इंटरपोल के जरिए ब्लू नोटिस जारी किया गया
- थाई एजेंसियों से लोकेशन शेयर की गई
- भारत की दिल्ली और गोवा पुलिस ने संयुक्त रूप से इनपुट उपलब्ध कराए
सूत्रों के मुताबिक, दोनों भाई फुकेत में एक निजी विला में रुके हुए थे, जहां उन्हें स्थानीय पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई में हिरासत में लिया।
पीड़ित पक्ष ने लगाई न्याय की गुहार
अग्निकांड में घायल हुए लोगों और उनके परिवारों ने क्लब प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि—
- क्लब में सुरक्षा इंतजाम बेहद कमजोर थे
- स्टाफ को आपातकालीन स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग नहीं थी
- आग फैलने पर बाहर निकलने के रास्ते अवरुद्ध थे
एक घायल चश्मदीद ने बताया—
“धुआं फैलते ही लोग बाहर भागने लगे, पर रास्ता बहुत तंग था। कुछ मिनटों में आग पूरे हॉल में फैल गई। स्टाफ भी घबराया हुआ था, किसी को यह पता नहीं चल रहा था कि क्या करना है।”
क्लब के इतिहास पर भी उठ रहे सवाल
Birch by Romeo Lane एक हाई-प्रोफाइल क्लब माना जाता था। सूत्र बताते हैं कि क्लब के खुलने के बाद से ही कई बार—
- ध्वनि प्रदूषण
- शराब परोसने के नियम
- भीड़ क्षमता से अधिक लोगों को अंदर लेना
- सुरक्षा दस्तावेज अपडेट न करना
जैसी शिकायतें प्रशासन को मिली थीं।
हालांकि हर बार क्लब मैनेजमेंट ने लाइसेंसिंग और नियमों के पालन का दावा किया।
गोवा सरकार ने कहा – दोषियों को नहीं छोड़ा जाएगा
घटना को लेकर गोवा सरकार भी सख्त रुख में है। पर्यटन मंत्री का बयान आया—
“यह गंभीर लापरवाही का मामला है। सुरक्षा नियमों की अनदेखी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी जिम्मेदार है, चाहे मालिक हो या मैनेजमेंट का कोई सदस्य, उस पर कार्रवाई होगी।”
मुख्यमंत्री की ओर से भी जांच की निगरानी के निर्देश जारी किए गए हैं।
कानूनी धाराएं: कौन-कौन से आरोप लग सकते हैं?
कानूनी विशेषज्ञों के मुताबिक लूथरा बंधुओं पर निम्न धाराओं के आधार पर कार्रवाई हो सकती है—
- गैर-इरादतन हत्या (IPC 304)
- लापरवाही से आग लगाना (IPC 285, 336, 337)
- सुरक्षा मानकों का उल्लंघन
- जांच से बचने और भागने की कोशिश
अगर यह साबित हो गया कि क्लब में अग्नि सुरक्षा मानकों की जानबूझकर अनदेखी की गई, तो मामला और गंभीर रूप ले सकता है।
गोवा की नाइटलाइफ़ पर भी असर
अर्पोरा और बागा क्षेत्र गोवा की नाइटलाइफ़ का प्रमुख केंद्र हैं। इस घटना के बाद—
- कई क्लबों में सुरक्षा जांच शुरू हो गई है
- फायर डिपार्टमेंट ने छापेमारी बढ़ाई
- लाइसेंस की समीक्षा की प्रक्रिया तेज की जा रही है
पर्यटन से जुड़ी संस्थाओं ने भी कहा है कि सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि पर्यटक गोवा में सुरक्षित महसूस करें।
मुख्य सवाल—क्या यह घटना रोकी जा सकती थी?
विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर—
- अग्नि सुरक्षा ऑडिट समय पर होता
- आपातकालीन निकास रास्ते मानक के अनुसार होते
- फायर एक्सटिंग्विशर सक्रिय होते
- भीड़ की निगरानी और प्रोटोकॉल सही होते
तो शायद आग को फैलने से काफी हद तक रोका जा सकता था।
निष्कर्ष
गोवा के Birch by Romeo Lane नाइटक्लब में लगी आग ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ग्लैमर की चमक के पीछे छिपी सुरक्षा खामियां किसी भी समय बड़ी त्रासदी का रूप ले सकती हैं। लूथरा बंधुओं की गिरफ्तारी इस मामले में एक बड़ा कदम है, लेकिन पीड़ितों के लिए न्याय तभी पूरा होगा जब—
- पूरी जांच पारदर्शी हो
- सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए
- दोषियों को कानूनी सजा मिले
भारत लौटने के बाद दोनों मालिकों से पूछताछ इस मामले की दिशा तय करेगी।



