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गंगा दशहरा 2025: हरिद्वार में उमड़ा आस्था का सैलाब, 20 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी, चारधाम में भी दर्शनार्थियों की भीड़

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हरिद्वार : गंगा दशहरा पर्व पर उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार में श्रद्धा का भव्य दृश्य देखने को मिला। आस्था से ओत-प्रोत इस पर्व पर मंगलवार को करीब 20 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। वहीं, गंगोत्री धाम से लेकर चारधाम तक हजारों श्रद्धालु दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त करते नजर आए।

हरिद्वार में लगा श्रद्धालुओं का मेला

हरिद्वार प्रशासन के अनुसार, सुबह से शाम तक हरकी पैड़ी समेत तमाम गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही। हरकी पैड़ी के ब्रह्मकुंड में श्रद्धालु गंगा स्नान कर विशेष पूजन में लीन नजर आए। भीड़ के चलते शहर के कई हिस्सों और राष्ट्रीय राजमार्गों पर जाम की स्थिति बनी रही, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।

गंगोत्री धाम में 13 हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

मां गंगा के उद्गम स्थल गंगोत्री धाम में गंगा दशहरा के अवसर पर 13,117 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। अब तक 3,77,429 श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंच चुके हैं, जो इस सीजन की श्रद्धालु संख्या में निरंतर बढ़ोतरी को दर्शाता है।

चारधाम में दर्शनार्थियों का सैलाब

  • केदारनाथ धाम: 5 जून को 24,871 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। कुल दर्शनार्थियों की संख्या अब तक 8,16,050 पहुंच चुकी है।

  • बदरीनाथ धाम: इसी दिन 23,729 श्रद्धालुओं ने बदरी-विशाल के दर्शन किए। अब तक कुल 6,39,069 श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।

  • हेमकुंड साहिब: यहां 7,189 श्रद्धालु पहुंचे। अब तक 43,680 यात्री दर्शन कर चुके हैं।

  • यमुनोत्री धाम: गंगा दशहरा के दिन 9,880 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। अब तक यहां 3,79,114 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

प्रशासन ने की व्यवस्थाएं, लेकिन यातायात रहा चुनौतीपूर्ण

हरिद्वार और चारधाम क्षेत्रों में प्रशासन ने सुरक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल और ट्रैफिक कंट्रोल की व्यवस्थाएं की थीं, लेकिन विशाल जनसैलाब के कारण कई स्थानों पर भीड़ नियंत्रण और यातायात व्यवस्था चुनौतीपूर्ण रही।


गंगा दशहरा को गंगा नदी के पृथ्वी पर अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन गंगा स्नान से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।

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