महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और काफिले पर शनिवार को सैकड़ों किसानों ने गुस्से से प्याज और टमाटर की बारिश कर दी। ये किसान प्याज और टमाटर की सही कीमत न मिलने से नाराज थे और उन्होंने अपनी समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए यह तरीका अपनाया। इस दौरान किसानों ने उपमुख्यमंत्री के काफिले को भी रोक दिया था। हालांकि कुछ समय बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ दिया। अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए किसानों ने नारेबाजी की और उपमुख्यमंत्री के काफिले को काले झंडे दिखाए। किसानों ने प्याज पर निर्यात शुल्क वापस लेने और उचित आजीविका सुनिश्चित करने के लिए टमाटर के लिए अच्छा समर्थन मूल्य देने की मांग की।
एक किसान ने कहा, ‘हम सरकार की नीतियों की निंदा करते हैं, किसान मर रहे हैं, हम प्याज पर निर्यात शुल्क वापस लेना और टमाटर के लिए उपयुक्त न्यूनतम समर्थन मूल्य चाहते हैं।’ इस बीच कलवान से पुलिस की एक बड़ी टीम मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। बता दें कि मई-अगस्त के बीच टमाटर की कीमतें 200 रुपये से ज्यादा तक पहुंच गई थी। इन महीनों में टमाटर आम लोगों की पहुंच से दूर हो गया था। आज हालत यह है कि टमाटर की खुदरा कीमत 12-18 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच है। इसी तरह, नासिक में प्याज के थोक कारोबारी इस पर निर्यात शुल्क हटाने की मांग को लेकर 13 दिनों की हड़ताल पर चले गए थे।