रॉबर्ट वाड्रा पर ईडी की चार्जशीट, राहुल गांधी बोले – ‘मेरे जीजाजी को किया जा रहा है परेशान’

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को एक तीखा बयान जारी करते हुए केंद्र सरकार पर अपने जीजाजी रॉबर्ट वाड्रा को “राजनीतिक रूप से उत्पीड़ित करने” का आरोप लगाया। यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुग्राम ज़मीन सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वाड्रा और उनकी कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है।
राहुल गांधी का हमला: “ये साज़िश का हिस्सा है”
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर राहुल गांधी ने लिखा:
“मेरे जीजाजी को पिछले दस सालों से यह सरकार परेशान कर रही है। यह ताजा आरोपपत्र उसी षड्यंत्र का एक और हिस्सा है। मैं रॉबर्ट, प्रियंका और उनके बच्चों के साथ हूं, क्योंकि उन्हें दुर्भावनापूर्ण, राजनीतिक रूप से प्रेरित बदनामी और उत्पीड़न का एक और हमला झेलना पड़ रहा है। मुझे पूरा यक़ीन है कि वे सभी किसी भी उत्पीड़न का साहस और गरिमा के साथ सामना करते रहेंगे। आखिरकार सच्चाई की ही जीत होगी।”
क्या है पूरा मामला?
1 सितंबर 2018 को गुरुग्राम पुलिस ने एक FIR (संख्या 288/2018) दर्ज की थी जिसमें आरोप लगाया गया कि रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्रा. लि. ने वर्ष 2008 में हरियाणा के शिकोहपुर गांव (सेक्टर 83) में 3.53 एकड़ ज़मीन 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी थी।
आरोप ये हैं:
- वाड्रा ने झूठे दस्तावेजों के आधार पर यह सौदा किया।
- निजी प्रभाव का इस्तेमाल कर कमर्शियल लाइसेंस हासिल किया।
- प्रोजेक्ट पूरा किए बिना ही यह जमीन 58 करोड़ रुपये में बेच दी गई, जिससे उन्हें भारी मुनाफा हुआ।
ईडी की कार्रवाई — संपत्तियां कुर्क, चार्जशीट दाखिल
- ईडी ने 16 जुलाई 2025 को प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर जारी करते हुए रॉबर्ट वाड्रा और उनकी कंपनियों की 43 अचल संपत्तियां, जिनकी कीमत करीब ₹37.64 करोड़ है, कुर्क कर दी हैं।
- 17 जुलाई को राउज़ एवेन्यू कोर्ट, नई दिल्ली में 11 व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ प्रोसिक्यूशन कंप्लेंट (चार्जशीट) दाखिल की गई है।
उल्लेखनीय है कि:
- वाड्रा से इस मामले में 18 घंटे से अधिक पूछताछ की जा चुकी है।
- चार्जशीट में उनके अलावा हरियाणा के कई कांग्रेस नेताओं के नाम भी सामने आए हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और संभावित असर
जहां कांग्रेस इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दे रही है, वहीं भाजपा नेताओं का कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है और किसी को कानून से ऊपर नहीं माना जा सकता।
विशेषज्ञों की मानें तो यह मामला 2025 की राजनीतिक सरगर्मियों में एक नया मोड़ ला सकता है, खासकर जब दिल्ली और हरियाणा में आगामी चुनावी तैयारियां ज़ोर पकड़ रही हैं।
- गुरुग्राम ज़मीन सौदे में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला।
- ईडी ने चार्जशीट के साथ 43 संपत्तियां कुर्क कीं।
- राहुल गांधी ने इसे “दशक भर पुरानी साजिश” बताया।
- आने वाले समय में और पूछताछ या कानूनी कार्रवाई संभव।