नई दिल्ली: चीन के स्मार्टफोन निर्माता Vivo-India और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में कंपनी के तीन बड़े अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वीवो-इंडिया के अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) होंग शुक्वान उर्फ टेरी, मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) हरिंदर दहिया और सलाहकार हेमंत मुंजाल को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया है। ED ने इन लोगों के खिलाफ हाल ही में दिल्ली की एक स्पेशल PMLA कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी जिस पर अदालत ने संज्ञान लिया है। स्पेशल जज किरण गुप्ता ने 19 फरवरी को आरोपी को तलब किया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह ‘अधिकारियों के खिलाफ मौजूदा कार्रवाई से बेहद चिंतित है।’ वीवो के प्रवक्ता ने कहा, ‘हाल की गिरफ्तारियां निरंतर उत्पीड़न को दर्शाती हैं और इस तरह व्यापक उद्योग परिदृश्य में अनिश्चितता का माहौल पैदा करती हैं। हम इन आरोपों का मुकाबला करने और चुनौती देने के लिए सभी कानूनी रास्तों का उपयोग करने के लिए दृढ़ हैं।’ ED ने पहले इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया था जिनमें मोबाइल फोन निर्माता कंपनी लावा इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक (MD) हरिओम राय, चीनी नागरिक गुआंगवेन उर्फ एंड्रयू कुआंग, चार्टर्ड अकाउंटेंट नितिन गर्ग और राजन मलिक शामिल हैं। चारों फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।