दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना के फरमान के बाद अब दिल्ली के सभी जिलाधिकारी गांवों में एक रात गुजारेंगे और विकास योजनाओं की समीक्षा कर उसके मुताबिक योजनाओं की रूपरेखा तय करेंगे। जानकारी के मुताबिक दिल्ली के सभी 11 जिलों को जिलाधिकारियों को यह निर्देश जारी किया गया है कि वे गांवों में एक रात गुजारेंगे। राज निवास के अधिकारियों ने बताया कि इस माह के प्रारंभ में 180 गांवों के प्रतिनिधियों के साथ ‘संवाद एट राजनिवास’ संवाद पहल के बाद उपराज्यपाल ने घोषणा की जिलाधिकारी अपने अपने जिलों में गांवों में एक रात गुजारेंगे ।
उन्होंने कहा कि उस हिसाब से जिलाधिकारी सात जनवरी को सुबह गांवों में पहुंचेंगे और वहीं रात बितायेंगे। उन्होंने कहा कि गांवों में ठहरने के दौरान अधिकारी क्षेत्र एवं आसपास के गांवों के लोगों के साथ ‘संवाद’ सत्र करेंगे तथा फिर योजना तैयार करेंगे जिसे दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) अमल में लाएगा। राजनिवास के अधिकारियों ने बताया कि इस पूरी कवायद का लक्ष्य महत्वाकांक्षी ‘दिल्ली ग्रामोदय अभियान’ के तहत दिल्ली के गांवों के लोगों के साथ संवाद कर उनके विकास की योजना तैयार करना है । डीडीए 800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से यह महत्वाकांक्षी अभियान अमल में लाएगा। उपराज्यपाल डीडीए के अध्यक्ष भी हैं।