
नई दिल्ली/भोपाल: सावन माह में पूरे देश में कांवड़ यात्रा के आयोजन के बीच कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यात्रा के दौरान सड़कों पर कांवड़ रखकर रास्ता घेरने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने दो तस्वीरें साझा करते हुए लिखा – “एक देश, दो कानून।”
पोस्ट की पहली तस्वीर में कांवड़ रखी सड़क दिखाई गई है, जबकि दूसरी तस्वीर में नमाज पढ़ते एक शख्स को पुलिसकर्मी लात मारते नजर आ रहे हैं। इस तुलना के जरिए दिग्विजय सिंह ने प्रशासनिक दोहरे मापदंडों पर सवाल खड़े किए हैं।
बीजेपी मंत्री विश्वास सारंग का तीखा पलटवार
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह को “मौलाना दिग्विजय सिंह” कहते हुए तीखा जवाब दिया। सारंग ने कहा, “दिग्विजय सिंह को सनातन से चिढ़ है। वो हर बार हिंदू धर्म, त्योहारों और साधु-संतों का अपमान करते हैं। कांवड़ यात्रा जैसे पावन पर्व को विवादास्पद बनाना उनकी आदत है। उनसे कोई उम्मीद नहीं की जा सकती।”
उन्होंने यह भी कहा कि “भगवा आतंकवाद” जैसे शब्द गढ़कर दिग्विजय सिंह ने सनातन धर्म को बदनाम करने का कार्य किया है। विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह से माफी मांगने की मांग की है।
कांवड़ यात्रा पूरे देश में जारी
गौरतलब है कि श्रावण मास के दौरान हर साल लाखों कांवड़िए गंगा जल लेकर शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं। कई राज्यों में इसके लिए सुरक्षा और यातायात के विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। इस दौरान कई स्थानों पर यातायात प्रभावित होने या नियमों के उल्लंघन के आरोप भी सामने आते हैं।
राजनीतिक रंग लेता आस्था का मुद्दा
दिग्विजय सिंह के बयान पर प्रतिक्रियाएं लगातार सामने आ रही हैं। जहां कांग्रेस नेता इसे न्याय और समानता का मुद्दा बता रहे हैं, वहीं भाजपा नेताओं का कहना है कि यह “आस्था पर हमला” है।