
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ती सर्दी अब आम जनजीवन के साथ-साथ यातायात व्यवस्था पर भी भारी पड़ने लगी है। गुरुवार सुबह से राजधानी और आसपास के इलाकों में छाए घने कोहरे और धुंध ने रेल परिचालन को बुरी तरह प्रभावित किया। आलम यह रहा कि रेल पटरियों पर विजिबिलिटी इतनी कम हो गई कि ट्रेनों की रफ्तार थम-सी गई। नतीजतन करीब तीन दर्जन से ज्यादा ट्रेनें अपने तय समय से घंटों देरी से चल रही हैं, जिससे हजारों यात्रियों को स्टेशन पर लंबा इंतजार करना पड़ा।
सुबह के वक्त कई रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ देखी गई, जहां लोग ठंड में ट्रेन के आने की जानकारी के लिए बार-बार पूछताछ काउंटर की ओर जाते नजर आए। कई यात्रियों ने बताया कि ट्रेन लेट होने से उनके आगे के सफर, कनेक्टिंग ट्रेनों और जरूरी कामकाज पर असर पड़ा है।
घने कोहरे से रेल पटरियों पर विजिबिलिटी बेहद कम
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के कई हिस्सों में डेंस फॉग (Dense Fog) के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई है। कुछ इलाकों में विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे दर्ज की गई, जिसके चलते सुरक्षा कारणों से ट्रेनों की रफ्तार घटानी पड़ी। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए कोहरे के दौरान ट्रेनों को नियंत्रित गति से चलाया जा रहा है।
कौन-कौन सी ट्रेन कितनी लेट?
कोहरे के कारण कई प्रमुख ट्रेनें देरी से चल रही हैं। इनमें लंबी दूरी की एक्सप्रेस और प्रीमियम वंदे भारत ट्रेनें भी शामिल हैं—
- 12417 प्रयागराज एक्सप्रेस – करीब 2 घंटे की देरी
- 12427 रीवा–आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस – लगभग 1 घंटे की देरी
- 22436 नई दिल्ली–बनारस वंदे भारत एक्सप्रेस – 32 मिनट की देरी
- 22415 वाराणसी–नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस – करीब 36 मिनट की देरी
- 11841 गीता जयंती एक्सप्रेस – लगभग 2 घंटे की देरी
- 14242 नौचंदी एक्सप्रेस – करीब 4 घंटे की देरी
- 13257 आनंद विहार टर्मिनस जनसाधारण एक्सप्रेस – चौंकाने वाली 11 घंटे 30 मिनट की देरी
रेलवे सूत्रों का कहना है कि अगर कोहरा और घना होता है तो कुछ ट्रेनों की देरी और बढ़ सकती है।
स्टेशनों पर बढ़ी यात्रियों की परेशानी
ट्रेनें लेट होने से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कई यात्रियों ने बताया कि उन्हें प्लेटफॉर्म पर ठंड में घंटों इंतजार करना पड़ा। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चों के लिए हालात ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहे। कुछ यात्रियों ने रेलवे से कोहरे के दौरान समय पर सूचना और बेहतर इंतजाम की मांग भी की।
दिल्ली समेत उत्तर भारत में बढ़ने लगी ठंड
दिल्ली सहित लगभग पूरे उत्तर भारत में ठंड का असर लगातार बढ़ रहा है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला जारी है, जिसका असर मैदानी क्षेत्रों तक पहुंच रहा है। ठंडी हवाओं और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते राजधानी के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है।
सुबह और रात के समय कोहरा और धुंध और ज्यादा घनी हो रही है, जिससे सड़क और रेल यातायात दोनों प्रभावित हो रहे हैं। राजधानी दिल्ली में ठंड के साथ-साथ वायु प्रदूषण भी चिंता का विषय बना हुआ है, जिससे लोगों की सेहत पर दोहरा असर पड़ रहा है।
दिसंबर का अब तक का सबसे ठंडा दिन
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, गुरुवार इस मौसम में दिसंबर का अब तक का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। राजधानी में अधिकतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2.1 डिग्री कम रहा।
IMD के अनुसार—
- इस मौसम का दूसरा सबसे कम अधिकतम तापमान 4 दिसंबर को 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था।
- तीसरा सबसे कम अधिकतम तापमान नवंबर में 24.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
तुलना करें तो पिछले साल दिसंबर में सबसे कम अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
पिछले वर्षों के आंकड़े क्या कहते हैं?
IMD के आंकड़ों के मुताबिक—
- 31 दिसंबर 2023 को अधिकतम तापमान 15.9 डिग्री सेल्सियस
- 26 दिसंबर 2022 को 15.6 डिग्री सेल्सियस
- 26 दिसंबर 2021 को 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था
इन आंकड़ों से साफ है कि दिसंबर के आखिरी हफ्ते में ठंड और ज्यादा तीव्र हो जाती है।
न्यूनतम तापमान और येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.9 डिग्री अधिक, यानी करीब 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि, आने वाले दिनों में इसमें और गिरावट की संभावना है।
IMD ने शुक्रवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। चेतावनी में कहा गया है कि सुबह के समय घने कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है। अनुमान के अनुसार—
- अधिकतम तापमान: 22 डिग्री सेल्सियस
- न्यूनतम तापमान: 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
आने वाले दिनों में क्या रहेगी स्थिति?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में ठंड और बढ़ सकती है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के असर से पहाड़ों पर बर्फबारी जारी रहने की संभावना है, जिसका असर दिल्ली-एनसीआर में सर्द हवाओं और कोहरे के रूप में दिखेगा।
रेलवे और मौसम विभाग दोनों ने यात्रियों को सलाह दी है कि सफर से पहले ट्रेन का स्टेटस जरूर जांचें और कोहरे के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतें।



