नई दिल्ली, 29 अक्टूबर: अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के बीच विकसित हुआ चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ (Cyclone Montha) अब देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल चुका है। दक्षिण से लेकर पूर्व और उत्तर भारत तक बारिश, तेज़ हवाएं और गिरते तापमान ने सर्दी की दस्तक दे दी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 11 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इनमें आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु, गुजरात, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश और सिक्किम शामिल हैं। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 72 घंटे बेहद अहम रहने वाले हैं, क्योंकि इस दौरान चक्रवात का प्रभाव देश के पूर्वी हिस्सों तक फैल सकता है।
कई राज्यों में रेड अलर्ट, 70 किमी/घंटा तक चलेंगी हवाएं
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले 24 घंटों में छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में तो मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं पूर्वोत्तर राज्यों — अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय — में भी 30 अक्टूबर से 2 नवंबर के बीच भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
उत्तर भारत में भी असर — यूपी-बिहार में तेज़ बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, 30 और 31 अक्टूबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ जगहों पर बहुत भारी बारिश की संभावना है। वहीं, पश्चिमी यूपी और बिहार में बिजली कड़कने, आंधी और 30–40 किमी/घंटा तक की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। अगले 5 से 7 दिनों तक इस क्षेत्र में तापमान स्थिर रहेगा, लेकिन हवा में नमी बढ़ने से ठंड का असर धीरे-धीरे महसूस होने लगा है। दिल्ली-एनसीआर में भी बुधवार सुबह से बादल छाए रहे और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
आंध्र प्रदेश में रेड अलर्ट — अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश
आंध्र प्रदेश सरकार ने कई जिलों में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। इनमें विजयनगरम, विशाखापत्तनम, अनकापल्ली, काकीनाडा, यनम, डॉ. बीआर अंबेडकर कोनासीमा और पश्चिम गोदावरी जिले शामिल हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिनों तक इन जिलों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। राज्य सरकार ने राहत एवं बचाव दलों को हाई अलर्ट पर रखा है और तटीय इलाकों में मत्स्य गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ओडिशा में रेड अलर्ट, निचले इलाकों में निगरानी
ओडिशा के मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़, गजपति और गंजम जिलों में भी रेड अलर्ट जारी है। आईएमडी का कहना है कि इन जिलों में चक्रवात के कारण तीव्र वर्षा और 60 किमी/घंटा की तेज हवाओं की संभावना है। राज्य सरकार ने एनडीआरएफ और ओडीआरएफ की टीमें तैनात की हैं और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। साथ ही, बिजली और संचार व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है।
तमिलनाडु में ऑरेंज अलर्ट, चेन्नई में जलभराव की आशंका
तमिलनाडु में चेन्नई, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, रानीपेट, तिरुवल्लूर, तिरुवन्नामलाई और विल्लुपुरम जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां अगले 24 घंटों में भारी बारिश और तेज़ हवाएं चलने की संभावना है। चेन्नई महानगर निगम ने सभी फायर और रेस्क्यू टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग ने कहा है कि जैसे-जैसे तूफान अंतर्देशीय (inland) आगे बढ़ेगा, उसका असर और व्यापक हो सकता है।
तेलंगाना में रेड और ऑरेंज अलर्ट
तेलंगाना के जयशंकर भूपलपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम और महबूबाबाद जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में गरज के साथ भारी वर्षा, बिजली गिरने और 50 किमी प्रति घंटे तक की हवाओं का अनुमान है। इसके अलावा कोमुरम भीम आसिफाबाद, मंचेरियल, खम्मम और वारंगल जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
गुजरात में बेमौसम बारिश, सौराष्ट्र में नुकसान की आशंका
गुजरात के अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और खेड़ा जिलों में मंगलवार को बेमौसम बारिश हुई।
आईएमडी के अनुसार, राज्य में 31 अक्टूबर तक विस्तृत वर्षा होने की संभावना है।
सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के अमरेली, सूरत, नवसारी, जूनागढ़ और बोटाद जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।
कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों से पकी फसल निकाल लें और भंडारण सुरक्षित रखें ताकि नुकसान से बचा जा सके।
ठंड की दस्तक, दिल्ली समेत उत्तर भारत में तापमान गिरा
दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार रात से उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने लगी हैं, जिससे सुबह और शाम के तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
आईएमडी के अनुसार, अगले दो दिनों में दिल्ली का न्यूनतम तापमान 14°C तक जा सकता है।
हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी हल्की ठंड महसूस की जा रही है।
मौसम वैज्ञानिकों की राय
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मृत्युंजय महापात्र के अनुसार,
“साइक्लोन मोंथा एक मध्यम तीव्रता का चक्रवात है, लेकिन इसके चलते हवा और नमी के कारण पूर्वी व दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश होगी। उत्तर भारत में इसका अप्रत्यक्ष असर ठंड और तापमान में गिरावट के रूप में दिखेगा।”
साइक्लोन मोंथा क्या है?
‘मोंथा’ नाम थाईलैंड द्वारा दिया गया है, जिसका अर्थ है “आकर्षक फूल”। यह चक्रवात अरब सागर के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में बना और फिर धीरे-धीरे पूर्वोत्तर की ओर बढ़ते हुए भारतीय तटों को प्रभावित करने लगा। आईएमडी के अनुसार, यह फिलहाल कमजोर पड़ रहा है, लेकिन इसकी बरसाती प्रणाली (rain bands) अभी भी कई राज्यों को प्रभावित कर रही है।
देश के लगभग आधे हिस्से में मौसम का मिजाज बदल चुका है। जहां दक्षिण और पूर्व भारत में बारिश और चक्रवाती हवाओं ने चिंता बढ़ाई है, वहीं उत्तर भारत में ठंड की दस्तक महसूस की जा रही है। आईएमडी ने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम विभाग के ताजा अपडेट्स पर ध्यान दें और अलर्ट के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें।



