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सीएम धामी ने देहरादून में अग्निवीर भर्ती प्रशिक्षण केंद्र का किया निरीक्षण, युवाओं से संवाद कर बढ़ाया आत्मविश्वास

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए देहरादून स्थित अग्निवीर भर्ती प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण किया। यह प्रशिक्षण केंद्र युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग तथा खेल विभाग द्वारा प्रांतीय रक्षक दल निदेशालय, रायपुर (देहरादून) में संचालित किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण व्यवस्थाओं, सुविधाओं और युवाओं की तैयारियों का गहनता से जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्पष्ट किया कि भविष्य में वे प्रत्येक जिले के भ्रमण के दौरान अग्निवीर भर्ती प्रशिक्षण केंद्रों का निरीक्षण स्वयं करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रदेश के युवाओं को उच्च गुणवत्ता का प्रशिक्षण और बेहतर संसाधन उपलब्ध हों।

युवाओं से सीधा संवाद, अनुभव और चुनौतियों पर चर्चा

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने अग्निवीर भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं से सीधे संवाद किया। उन्होंने युवाओं से उनके प्रशिक्षण अनुभव, दैनिक दिनचर्या, शारीरिक अभ्यास और मानसिक तैयारी के बारे में विस्तार से जानकारी ली। साथ ही यह भी पूछा कि प्रशिक्षण के दौरान उन्हें किन सुविधाओं की आवश्यकता महसूस हो रही है और किन क्षेत्रों में और सुधार किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने युवाओं की बातों को गंभीरता से सुना और अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रशिक्षण कार्यक्रमों को युवाओं की जरूरतों के अनुरूप और अधिक प्रभावी बनाया जाए।

प्रशिक्षण सुविधाओं की गुणवत्ता पर विशेष जोर

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण केंद्र में उपलब्ध शारीरिक प्रशिक्षण, दौड़ अभ्यास, खेल गतिविधियों, फिटनेस उपकरणों और अन्य मूलभूत सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रशिक्षण से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं उच्च गुणवत्ता मानकों के अनुरूप सुनिश्चित की जाएं।

उन्होंने कहा कि अग्निवीर भर्ती की तैयारी केवल शारीरिक क्षमता तक सीमित नहीं है, बल्कि मानसिक मजबूती, अनुशासन और रणनीतिक सोच भी उतनी ही आवश्यक है। इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों को समय-समय पर अपडेट किया जाना चाहिए और अनुभवी व विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की सेवाएं ली जानी चाहिए।

निःशुल्क प्रशिक्षण से युवाओं को मिल रहा लाभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अग्निवीर भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है। इसका उद्देश्य यह है कि आर्थिक कारणों से कोई भी प्रतिभाशाली युवा देश सेवा के इस अवसर से वंचित न रह जाए।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि उत्तराखंड के युवा पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में शामिल हों और अधिक से अधिक संख्या में चयनित होकर देश की सेवा करें।

खेल गतिविधियों में भी लिया भाग

युवाओं का उत्साह बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री स्वयं भी प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित खेल और शारीरिक गतिविधियों में शामिल हुए। उन्होंने युवाओं के साथ खेलकर उन्हें यह संदेश दिया कि शारीरिक फिटनेस, अनुशासन और टीम भावना सफलता की कुंजी हैं।

मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा कि कठिन परिश्रम, अनुशासन और सकारात्मक सोच से ही लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने युवाओं को अपने स्वास्थ्य, मानसिक संतुलन और लक्ष्य पर निरंतर ध्यान देने की प्रेरणा दी।

अग्निवीर योजना युवाओं के लिए सुनहरा अवसर: सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा,

“अग्निवीर योजना देश के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। हमारी सरकार का प्रयास है कि उत्तराखंड के युवा इस योजना के माध्यम से देश सेवा के साथ-साथ आत्मनिर्भर भी बनें। युवाओं को हर संभव सुविधा और मार्गदर्शन देना हमारी प्राथमिकता है।”

उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना के माध्यम से युवाओं को थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सेवा का अवसर प्रदान किया जा रहा है। यह योजना युवाओं में राष्ट्रभक्ति, अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास का विकास करती है।

शारीरिक के साथ मानसिक सशक्तिकरण पर फोकस

मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निवीर प्रशिक्षण युवाओं को केवल शारीरिक रूप से मजबूत नहीं बनाता, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी सशक्त करता है। कठिन प्रशिक्षण, अनुशासित दिनचर्या और टीम भावना के माध्यम से युवाओं में निर्णय लेने की क्षमता, जिम्मेदारी की भावना और नेतृत्व कौशल विकसित होता है।

उन्होंने कहा कि ये गुण न केवल सैन्य सेवा के दौरान, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में युवाओं को आगे बढ़ने में मदद करते हैं।

सेवा के बाद भी रोजगार के अवसर

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अग्निवीर योजना से प्रशिक्षित युवा अपनी सेवा अवधि के बाद विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार और स्वरोजगार के लिए भी सक्षम बनते हैं। सैन्य प्रशिक्षण के दौरान अर्जित कौशल—जैसे अनुशासन, समय प्रबंधन, तकनीकी दक्षता और नेतृत्व क्षमता—उन्हें निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों में बेहतर अवसर प्रदान करते हैं।

राज्य सरकार का मानना है कि अग्निवीर योजना युवाओं को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहभागी बनाने का सशक्त माध्यम है।

अधिकारियों ने जताया भरोसा

इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि उत्तराखंड के अधिक से अधिक युवा अग्निवीर योजना का लाभ उठा सकें। इसके लिए प्रदेश में निःशुल्क प्रशिक्षण, आधुनिक संसाधन, अनुभवी प्रशिक्षक और बेहतर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।

अधिकारियों का कहना है कि इन प्रयासों से उत्तराखंड के युवा राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं और सेना में चयनित होकर राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं।

ये अधिकारी रहे उपस्थित

निरीक्षण के दौरान विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, अपर सचिव डॉ. आशीष चौहान सहित खेल एवं युवा कल्याण विभाग और प्रांतीय रक्षक दल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

निष्कर्ष

सीएम धामी का यह निरीक्षण साफ संकेत देता है कि उत्तराखंड सरकार युवाओं के भविष्य और देश की सुरक्षा दोनों को लेकर गंभीर है। अग्निवीर भर्ती प्रशिक्षण केंद्रों की गुणवत्ता, निःशुल्क प्रशिक्षण और लगातार निगरानी के माध्यम से राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि उत्तराखंड के युवा आत्मविश्वास के साथ देश सेवा के लिए आगे आएं और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूत योगदान दें।

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