
टनकपुर, 13 नवम्बर। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को टनकपुर में आयोजित ‘एकता पदयात्रा’ में भाग लेकर राष्ट्रीय एकता, अखंडता और स्वावलंबन का संदेश दिया। यह पदयात्रा लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित की गई थी, जिसमें हजारों नागरिक, छात्र, एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस स्वयंसेवक और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
यह पदयात्रा डिग्री कॉलेज टनकपुर से प्रारंभ होकर गांधी मैदान तक पहुँची, जहाँ मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि —
“सरदार वल्लभभाई पटेल केवल भारत के लौह पुरुष नहीं थे, वे हमारी राष्ट्रीय चेतना और एकता के प्रतीक थे। जिस दूरदृष्टि और दृढ़ इच्छाशक्ति से उन्होंने रियासतों को एक सूत्र में पिरोया, उसी से आधुनिक भारत की नींव मजबूत हुई।”
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में युवाओं को “नशा मुक्त भारत” और “स्वदेशी अपनाओ” के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को राष्ट्रनिर्माण में अपनी सृजनात्मक ऊर्जा का उपयोग करना चाहिए, क्योंकि नई पीढ़ी ही भारत को “विकसित राष्ट्र” के लक्ष्य तक पहुँचाने की दिशा में निर्णायक भूमिका निभाएगी।
‘एकता पदयात्रा’ में युवाओं का उत्साह, स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत पर बल
टनकपुर की सड़कों पर एकता, देशभक्ति और सामाजिक समरसता के नारे गूंज उठे। हाथों में तिरंगा और बैनर लिए युवाओं ने “नशा मुक्त भारत – स्वावलंबी भारत” और “स्वदेशी अपनाओ, देश बढ़ाओ” के नारे लगाते हुए पदयात्रा को जनांदोलन का रूप दे दिया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि —
“सरदार पटेल का जीवन अनुशासन, कर्तव्यनिष्ठा और एकता की प्रेरणा देता है। आज हमें उन्हीं के विचारों से सीख लेकर समाज में सहयोग और समरसता का वातावरण बनाना होगा।”
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने जीवन में नशे से दूर रहकर स्वदेशी उत्पादों को अपनाएं और स्थानीय उद्योगों के उत्थान में योगदान दें।
राष्ट्रीय एकता के प्रतीक लौह पुरुष को दी श्रद्धांजलि
डिग्री कॉलेज परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का जीवन हमें यह सिखाता है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम और 562 रियासतों के एकीकरण में उनकी भूमिका अमर रहेगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हर वर्ष 31 अक्टूबर को मनाए जाने वाले “राष्ट्रीय एकता दिवस” का उद्देश्य भी देशवासियों को यही संदेश देना है कि विविधता में एकता ही भारत की सबसे बड़ी शक्ति है।
टनकपुर में प्रशासनिक और सामाजिक प्रतिनिधियों की व्यापक भागीदारी
‘एकता पदयात्रा’ केवल राजनीतिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक एकजुटता का उत्सव बन गई। कार्यक्रम में जिले के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्थानीय नागरिकों और छात्र संगठनों की बड़ी भागीदारी रही।
मुख्यमंत्री धामी के साथ राज्य मंत्री श्याम नारायण पांडे, जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद सिंह अधिकारी, नगर पालिका अध्यक्ष विपिन कुमार, ब्लॉक प्रमुख अंचला बोहरा, भाजपा जिला अध्यक्ष गोविंद सामंत, भाजपा प्रदेश महामंत्री निर्मल महरा, जिला महामंत्री मुकेश कलखुड़िया, प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार, पूरन महरा, हिमेश कलखुड़िया, शिवराज कठायत, गुंजन सुखेजा, सतीश पांडे, पुष्पा विश्वकर्मा, केदार बृजवाल, विकास शाह सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।
प्रशासनिक स्तर पर जिलाधिकारी मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती और संयुक्त निदेशक (सहकारिता) मंगला त्रिपाठी ने भी आयोजन की सफलता में अहम भूमिका निभाई।
नशा मुक्त भारत के लिए सामूहिक संकल्प
मुख्यमंत्री धामी ने पदयात्रा के दौरान जनसमूह से “नशा मुक्त भारत” का सामूहिक संकल्प दिलवाया। उन्होंने कहा कि समाज तभी सशक्त होगा जब युवा पीढ़ी नशे की प्रवृत्तियों से दूर रहे। उन्होंने शिक्षा संस्थानों और अभिभावकों से भी आह्वान किया कि वे नशा उन्मूलन अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
“हर गांव, हर मोहल्ला अगर नशा मुक्त बनेगा, तभी उत्तराखंड ‘विकसित राज्य’ का लक्ष्य हासिल कर सकेगा,”
मुख्यमंत्री ने कहा।
स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के प्रति युवाओं का संकल्प
पदयात्रा के दौरान युवाओं ने “मेक इन इंडिया”, “वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” के नारे लगाते हुए स्थानीय उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेशी अपनाने से न केवल देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उद्यमिता, स्टार्टअप्स और स्थानीय उत्पादन इकाइयों को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक योजनाएँ चला रही है, जिनका लाभ युवाओं को लेना चाहिए।
विवाह समारोह में भी शामिल हुए मुख्यमंत्री
‘एकता पदयात्रा’ में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बोहराहगोठ में श्री निर्मल पाठक (संपादक, पीटीआई दिल्ली) के सुपुत्र के विवाह समारोह में शिरकत की और नवविवाहित दंपत्ति को आशीर्वाद दिया।
राष्ट्रीय एकता का संदेश
टनकपुर में आयोजित यह आयोजन केवल एक प्रतीकात्मक पदयात्रा नहीं, बल्कि राष्ट्र की एकता और सामाजिक समरसता के प्रति सामूहिक संकल्प का प्रतीक बन गया। मुख्यमंत्री के आह्वान पर जनसमूह में देशभक्ति का उत्साह उमड़ पड़ा। पूरा शहर एक स्वर में “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारों से गूंज उठा।
“यह पदयात्रा हमें याद दिलाती है कि एकता केवल शब्द नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है,”
कार्यक्रम में एक युवा प्रतिभागी ने कहा।
टनकपुर की ‘एकता पदयात्रा’ ने न केवल उत्तराखंड में, बल्कि पूरे देश में यह संदेश दिया कि जब नेतृत्व और जनता एक साथ चलें तो सामाजिक परिवर्तन की हर राह संभव हो जाती है।



