वरिष्ठ प्रत्रकार योगेश भट्ट की कलम से… अब न वो ‘पत्रकार’ रहे न पत्रकारिता ..हिंदी पत्रकारिता के 193वें जन्म दिवस…
ये Editorial दृष्टि आईएएस से लिया गया है । “विचार व्यक्तित्त्व की जननी है, जो आप सोचते हैं बन जाते…