
पटना, 13 जुलाई: बिहार की राजधानी पटना में अपराधियों ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था को खुली चुनौती दी है। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के पुनपुन प्रखंड के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र केवट की शनिवार को बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उन्हें चार गोलियां मारी गईं और गंभीर हालत में पटना एम्स लाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। सुरेंद्र केवट की हत्या के बाद फुलवारीशरीफ के विधायक गोपाल रविदास और पूर्व मंत्री श्याम रजक एम्स पहुंचे और शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की। उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
पुलिस जांच में तेजी:
घटना की जानकारी मिलते ही पीपरा थानाध्यक्ष और मसौढ़ी डीएसपी कन्हैया प्रसाद सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया है और छानबीन शुरू कर दी है। अधिकारियों के मुताबिक, अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और लगातार छापेमारी जारी है।
लगातार हो रही हत्याओं से दहशत:
पिछले कुछ हफ्तों में पटना और बिहार के अन्य जिलों में आपराधिक वारदातों में तेजी आई है। सुरेंद्र केवट से पहले पटना में ही जाने-माने व्यवसायी गोपाल खेमका की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं गया, सीतामढ़ी, बेगूसराय और नवादा जैसे जिलों से भी हाल के दिनों में खुलेआम फायरिंग की घटनाएं सामने आई हैं।
राजनीतिक हमला:
राज्य में बढ़ते अपराध पर विपक्ष ने सरकार को घेर लिया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर नीतीश सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए और कहा कि बिहार में अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं जबकि प्रशासन असहाय नजर आ रहा है।