
नई दिल्ली: गुरुवार सुबह देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। सुबह होते ही कई इलाकों में दृश्यता (विजिबिलिटी) बेहद कम दर्ज की गई, जिसके चलते सड़क, रेल और हवाई यातायात पर व्यापक असर देखने को मिला। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड के कई हिस्सों में हालात ऐसे रहे कि वाहन रेंगते हुए नजर आए और जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही।
घने कोहरे का असर सिर्फ सुबह तक सीमित नहीं रहा, बल्कि देर तक मौसम साफ न होने के कारण कार्यालय जाने वाले लोगों, स्कूली बच्चों और यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग (आईएमडी) ने स्थिति को गंभीर मानते हुए गुरुवार के लिए देश के 16 राज्यों में कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया है, जबकि पूरे उत्तर प्रदेश में घने कोहरे के मद्देनजर रेड अलर्ट लागू किया गया है।
लखनऊ में क्रिकेट मैच तक रद्द
कोहरे की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार शाम घना कोहरा छा जाने के कारण एक महत्वपूर्ण क्रिकेट मैच तक नहीं खेला जा सका। मैदान पर दृश्यता इतनी कम हो गई थी कि खिलाड़ियों और अंपायरों के लिए खेल जारी रखना संभव नहीं रहा। इससे पहले भी उत्तर भारत में कई बार कोहरे के कारण खेल आयोजनों और बड़े कार्यक्रमों पर असर पड़ चुका है।
16 राज्यों में कोहरे को लेकर चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में बताया कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, बिहार, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और ओडिशा में भी कोहरे वाले हालात बन सकते हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, कई इलाकों में विजिबिलिटी बेहद कम रह सकती है, जिससे सड़क, रेल और हवाई यात्रा बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। खासतौर पर सुबह और देर रात के समय लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
पंजाब-हरियाणा में ऑरेंज अलर्ट, यूपी में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में घने कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम रह सकती है, जो बेहद खतरनाक स्थिति मानी जाती है। वहीं, उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में घने कोहरे के कारण रेड अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं और आपात सेवाओं को अलर्ट मोड पर रखा जाए।
मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में शीतलहर की चेतावनी
कोहरे के साथ-साथ ठंड का असर भी तेज होता जा रहा है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के पश्चिमी इलाकों और उत्तराखंड में शीतलहर की चेतावनी जारी की है। इन क्षेत्रों में तापमान सामान्य से काफी नीचे गिरने की संभावना जताई गई है। पहाड़ी इलाकों में ठंड के कारण जनजीवन पहले से ही प्रभावित है और शीतलहर से हालात और बिगड़ सकते हैं।
दक्षिण भारत में बदले मौसम के मिजाज
उत्तर भारत में जहां कोहरा और शीतलहर का असर है, वहीं दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में मौसम का अलग ही रूप देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार तमिलनाडु, केरल और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में बादल गरजने के साथ वज्रपात की संभावना है। इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है, जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की जा सकती है।
दिल्ली में प्रदूषण और कोहरे की दोहरी मार
राजधानी दिल्ली में ठंड के मौसम के साथ ही वायु प्रदूषण की समस्या एक बार फिर गंभीर होती जा रही है। घने कोहरे और स्मॉग के मेल ने हालात और चिंताजनक बना दिए हैं। कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के आसपास दर्ज किया गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है और स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है।
प्रदूषण पर काबू पाने के लिए दिल्ली में ग्रैप-4 (GRAP-4) के सख्त उपाय लागू कर दिए गए हैं। इसके तहत कई प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिनमें निर्माण गतिविधियों पर रोक, डीजल जनरेटर के इस्तेमाल पर पाबंदी और ट्रैफिक से जुड़े कड़े नियम शामिल हैं।
प्रदूषण सर्टिफिकेट के बिना नहीं मिलेगा ईंधन
ग्रैप-4 के तहत अब दिल्ली में प्रदूषण सर्टिफिकेट (PUC) के बिना डीजल और पेट्रोल नहीं दिया जाएगा। इस फैसले का मकसद सड़कों पर चल रहे अत्यधिक प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की पहचान कर उन्हें नियंत्रित करना है। प्रशासन का मानना है कि इससे वाहनों से निकलने वाले धुएं में कुछ हद तक कमी लाई जा सकेगी।
यात्रियों और आम लोगों के लिए सलाह
मौसम विभाग और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि घने कोहरे के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें। यदि यात्रा जरूरी हो तो वाहन चलाते समय फॉग लाइट का इस्तेमाल करें, गति धीमी रखें और सुरक्षित दूरी बनाए रखें। बुजुर्गों, बच्चों और सांस संबंधी बीमारियों से ग्रसित लोगों को खास सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों तक उत्तर भारत में कोहरे और ठंड का प्रकोप जारी रह सकता है। ऐसे में मौसम की ताजा जानकारी पर नजर रखना और प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना बेहद जरूरी है।
आगे क्या?
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ और ठंडी हवाओं के कारण उत्तर भारत में कोहरे की स्थिति बनी हुई है। अगले कुछ दिनों तक इसमें खास राहत की संभावना कम बताई जा रही है। वहीं, प्रदूषण के स्तर में कमी लाने के लिए मौसम में बदलाव या तेज हवाओं का इंतजार किया जा रहा है।
कुल मिलाकर, घना कोहरा, शीतलहर और प्रदूषण—तीनों मिलकर इस समय उत्तर भारत के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं। प्रशासनिक तैयारियों और लोगों की सतर्कता पर ही आने वाले दिनों में हालात संभलने की उम्मीद टिकी हुई है।



