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राष्ट्रीय खेलों के बाद उत्तराखंड में खेलों की नई उड़ान: मुख्यमंत्री धामी ने ‘लिगेसी प्लान’ पर तेज़ कार्रवाई के दिए निर्देश

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देहरादून | 12 जुलाई 2025: 38वें राष्ट्रीय खेलों की ऐतिहासिक सफलता के बाद उत्तराखंड सरकार ने राज्य में खेलों को नए स्तर पर ले जाने की दिशा में ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के खिलाड़ियों को दीर्घकालिक प्रशिक्षण और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ‘लिगेसी प्लान’ को लागू करने के लिए मुख्य सचिव को तत्काल कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेल केवल एक आयोजन नहीं थे, बल्कि उत्तराखंड की खेल यात्रा में एक नया अध्याय हैं। राज्य ने पहली बार 100 से अधिक पदक जीतकर सातवां स्थान प्राप्त किया, जिससे खिलाड़ियों में नया आत्मविश्वास और ऊर्जा उत्पन्न हुई है।


खेल अधोसंरचना का होगा स्थायी उपयोग

राष्ट्रीय खेलों के दौरान विकसित की गई अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं अब राज्य के खिलाड़ियों के लिए स्थायी प्रशिक्षण केंद्र के रूप में उपयोग होंगी।

  • देहरादून स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज और
  • हल्द्वानी का इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
    इनमें आधुनिक प्रशिक्षण संसाधनों को समायोजित किया गया है। साथ ही 8 शहरों में 23 खेल अकादमियों की स्थापना की योजना भी तैयार की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया,

“खेल ढांचे को निष्क्रिय नहीं रहने देंगे, बल्कि हर युवा को घर के पास ही श्रेष्ठ प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।”


नई खेल नीति बनी बदलाव की नींव

वर्ष 2021 में लागू की गई उत्तराखंड की नई खेल नीति के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। इसमें खिलाड़ियों के लिए प्रोत्साहन राशि, छात्रवृत्ति, सरकारी नौकरी और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेताओं के लिए विशेष सम्मान की व्यवस्था की गई है।
ओलंपिक विजेताओं को दो करोड़ रुपये तक की पुरस्कार राशि देने के निर्णय ने राज्य में खेल भावना को नई ऊंचाई दी है।


खेल विश्वविद्यालय – खेल संस्कृति को देगा संस्थागत आधार

हल्द्वानी में प्रस्तावित खेल विश्वविद्यालय न केवल प्रशिक्षण और कोचिंग का केंद्र होगा, बल्कि खेल विज्ञान, मैनेजमेंट, फिजियोथेरेपी, और रिसर्च के क्षेत्र में भी युवाओं को नए अवसर देगा।


मुख्यमंत्री का संदेश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा,

“उत्तराखंड को आज देशभर में ‘खेल भूमि’ के रूप में देखा जा रहा है। राष्ट्रीय खेलों की सफलता ने राज्य में नई चेतना और ऊर्जा का संचार किया है। मैदानों से लेकर पहाड़ों तक, हर युवा के लिए अब खेलों में उज्जवल भविष्य का मार्ग खुल रहा है। सरकार खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।”


सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, उत्तराखंड सरकार

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