
नई दिल्ली/नोएडा, 17 सितंबर: उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बताया जा रहा है, अब उद्घाटन के कगार पर है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने सोमवार को जानकारी दी कि इस एयरपोर्ट का 30 अक्टूबर को उद्घाटन होगा।
नायडू ने कहा कि नोएडा एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने के साथ ही भारत के एविएशन सेक्टर में एक नई उड़ान देखने को मिलेगी।
45 दिनों में 10 शहरों के लिए उड़ानें
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एयरपोर्ट के उद्घाटन के 45 दिनों के भीतर ही यहां से देश के 10 प्रमुख शहरों के लिए उड़ानें शुरू कर दी जाएंगी। इनमें बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता जैसे बड़े मेट्रो शहर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि पहले चरण में घरेलू रूट्स पर फोकस किया जाएगा ताकि यात्रियों को दिल्ली-एनसीआर से अतिरिक्त विकल्प मिल सके।
इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस होंगी पहली ऑपरेटर
नागरिक उड्डयन मंत्री ने पुष्टि की कि एयरपोर्ट से इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस अपनी सेवाएं शुरू करेंगी। इनके अलावा अन्य कंपनियों से भी बातचीत चल रही है।
एयरपोर्ट की क्षमता को ध्यान में रखते हुए आने वाले वर्षों में इसे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए भी खोला जाएगा।
जेवर एयरपोर्ट क्यों है खास?
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के लिए गेम चेंजर प्रोजेक्ट माना जा रहा है।
- यह एयरपोर्ट 5,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है।
- तैयार होने पर इसकी सालाना क्षमता 12 करोड़ यात्रियों तक की होगी।
- एयरपोर्ट से यात्रियों को दिल्ली IGI एयरपोर्ट पर पड़ने वाले दबाव से राहत मिलेगी।
- इस प्रोजेक्ट से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और वेस्ट यूपी की अर्थव्यवस्था को बड़ा फायदा होगा।
पिछले साल 9 दिसंबर को यहां रनवे का सफल ट्रायल किया गया था, जिसमें एक कमर्शियल विमान की लैंडिंग कराई गई थी।
हिंडन एयरपोर्ट का भी विस्तार
केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट के अलावा गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरपोर्ट के विस्तार की भी योजना है। इसके लिए राज्य सरकार से 9 एकड़ जमीन मांगी गई है।
उन्होंने कहा कि हिंडन एयरपोर्ट की पार्किंग क्षमता बढ़ाई जाएगी और यात्री सुविधाओं को और बेहतर किया जाएगा।
सभी एयरपोर्ट पर फ्री वाई-फाई और लाइब्रेरी
नागरिक उड्डयन मंत्री ने एक और बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अगले दो महीनों में देश के सभी एयरपोर्ट्स पर फ्री वाई-फाई की सुविधा यात्रियों को मिलने लगेगी।
इसके अलावा एयरपोर्ट पर लाइब्रेरी शुरू करने की योजना भी है ताकि यात्रियों को इंतजार के दौरान बेहतर अनुभव मिल सके।
आर्थिक और रणनीतिक महत्व
विशेषज्ञों के अनुसार, जेवर एयरपोर्ट न केवल उत्तर भारत की कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई देगा बल्कि यह भारत को वैश्विक एविएशन मैप पर और मजबूत करेगा।
- दिल्ली-एनसीआर को दूसरा मेगा हब मिलेगा।
- इंटरनेशनल कार्गो ट्रैफिक का बड़ा हिस्सा यहां शिफ्ट होगा।
- उत्तर प्रदेश का एयर कनेक्टिविटी नेटवर्क तेजी से मजबूत होगा।



