दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच के आदेश दिए गए हैं. केजरीवाल पर कथित तौर पर एक प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस से राजनीतिक चंदा लेने का आरोप है. एसएफजे अमेरिका में स्थित एक संगठन है. यह अलग खालिस्तान की वकालत करता है. केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश उपराज्यपाल ने आशु मोंगिया नाम के एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर की है. मोंगिया वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन नाम के संगठन से जुड़े हैं.यह प्रवासी हिंदुओं का एक संगठन है.
मोगिंया का आरोप है कि एसएफजे से अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को एक करोड़ 60 लाख डॉलर का चंदा मिला है. उनका दावा है कि यह चंदा देविंदर पाल भुल्लर की रिहाई के लिए मुहिम चलाने और खालिस्तान के लिए समर्थन की उम्मीद में दिया गया है. भुल्लर को दिल्ली के रायसीना रोड स्थित युवा कांग्रेस मुख्यालय के पास 11 सितंबर 1993 को हुए बम धमाके के दोष में फांसी की सजा सुनाई गई है. इस धमाके में नौ लोगों की मौत हो गई थी.भुल्लर की रिहाई के लिए भारत में समर्थन की मुहिम चलाई जा रही है. उसकी दया याचिका को राष्ट्रपति खारिज कर चुके हैं.