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Uttarakhand News: सीएम धामी का बड़ा ऐलान; लॉर्ड कर्जन मार्ग अब होगा ‘नंदा-सुनंदा मार्ग’, पीपलकोटी मेले में विकास की सौगात

CM Pushkar Singh Dhami in Chamoli: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली के पीपलकोटी में स्थानीय उत्पादों, पर्यटन और लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। राज्य सरकार ने अपनी सांस्कृतिक विरासत के सम्मान में ऐतिहासिक लॉर्ड कर्जन मार्ग का नाम बदलने का निर्णय लिया है।

चमोली (पीपलकोटी) | उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को चमोली जिले के सेमलडाला, पीपलकोटी में आयोजित ’24वें बंड विकास औद्योगिक, पर्यटन, किसान एवं सांस्कृतिक मेले’ में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने देवभूमि की सांस्कृतिक पहचान को अक्षुण्ण रखने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने का रोडमैप पेश किया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर उत्तराखंड’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।

ऐतिहासिक निर्णय: लॉर्ड कर्जन मार्ग का नाम बदला

मुख्यमंत्री ने एक बड़ा नीतिगत निर्णय लेते हुए घोषणा की कि ग्वालदम से तपोवन तक जाने वाले ऐतिहासिक ‘लॉर्ड कर्जन मार्ग’ का नाम अब ‘नंदा-सुनंदा मार्ग’ होगा। यह निर्णय उत्तराखंड की आराध्य देवी मां नंदा और सुनंदा के प्रति जनमानस की आस्था को सम्मान देने के लिए लिया गया है। सीएम ने कहा कि गुलामी के प्रतीकों को हटाकर अपनी विरासत को संजोना सरकार की प्राथमिकता है।

चमोली के लिए प्रमुख घोषणाएं और विकास योजनाएं

मुख्यमंत्री धामी ने इस मेले के मंच से जनपद के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास और घोषणाएं कीं:

  • खेल सुविधाओं का विस्तार: सेमलडाला खेल मैदान के विस्तारीकरण को मंजूरी दी गई, जिससे स्थानीय युवाओं को खेल के बेहतर अवसर मिलेंगे।

  • धार्मिक पर्यटन का सौंदर्यीकरण: राजराजेश्वरी मंदिर (कुरुड़) का सौंदर्यीकरण और अनसूया देवी मंदिर (मंडल) में यात्री विश्राम गृह का निर्माण किया जाएगा।

  • बुनियादी ढांचा: नंदा देवी राजजात यात्रा मार्ग पर पेयजल और अन्य मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाएगा।


स्थानीय उत्पादों और महिलाओं को मिल रहा मंच

मुख्यमंत्री ने कहा कि “स्मृति चिन्ह” के रूप में अब राज्य सरकार केवल स्थानीय स्वयं सहायता समूहों (SHGs) द्वारा तैयार उत्पाद ही भेंट कर रही है।

  • हाउस ऑफ हिमालय: इस ब्रांड के माध्यम से उत्तराखंड के उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाई जा रही है।

  • होमस्टे योजना: वर्तमान में प्रदेश में 800 से अधिक होमस्टे संचालित हैं, जो ग्रामीण रोजगार का मुख्य आधार बन रहे हैं।

  • वेडिंग डेस्टिनेशन: उत्तराखंड अब केवल तीर्थाटन नहीं, बल्कि दुनिया के पसंदीदा ‘वेडिंग डेस्टिनेशन’ के रूप में उभर रहा है।

सख्त भू-कानून और अतिक्रमण पर प्रहार

अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि के स्वरूप को बचाने के लिए सख्त भू-कानून लागू किया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक राज्य में 10 हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। सरकार ‘अंत्योदय’ के सिद्धांत पर चलते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन फेस्टिवल’ और ‘मेड इन इंडिया’ अभियान को हम धरातल पर उतार रहे हैं। केदारनाथ और बद्रीनाथ मास्टर प्लान के साथ-साथ रोपवे और रेल परियोजनाओं से उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।” – पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य

इस गौरवशाली अवसर पर थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष दौलत सिंह बिष्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष गजपाल बर्तवाल, बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी सहित जिलाधिकारी गौरव कुमार और पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पंवार उपस्थित रहे।


निष्कर्ष: सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और विकास का संगम

पीपलकोटी का बंड मेला केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखंड के आर्थिक स्वावलंबन का प्रतीक बन गया है। लॉर्ड कर्जन मार्ग का नाम बदलना और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना यह दर्शाता है कि धामी सरकार विकास के साथ-साथ अपनी जड़ों की ओर लौटने का संदेश दे रही है।

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