नई दिल्ली | 22 दिसंबर 2025: राजधानी दिल्ली में सोशल मीडिया और वैवाहिक विज्ञापनों के जरिए होने वाली धोखाधड़ी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को चिह्नित किया है जिसने खुद को भारतीय नौसेना (Indian Navy) का अधिकारी बताकर एक महिला को प्रेम जाल में फंसाया, उसका यौन शोषण किया और फिर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी दी कि आरोपी ने न केवल महिला की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया, बल्कि उसके निजी वीडियो का दुरुपयोग करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल भी किया।
नौसेना की वर्दी के पीछे छिपा था ‘फरेब’
पुलिस अधिकारी के अनुसार, पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के फैजाबाद निवासी मोहम्मद जसीम के रूप में हुई है। जसीम ने महिला से मुलाकात के दौरान खुद को नौसेना का एक प्रतिष्ठित अधिकारी बताया था। उसने महिला का विश्वास जीतने के लिए फर्जी पहचान पत्र और वर्दी का सहारा लिया और शादी का झूठा वादा किया।
यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का शिकार बनी महिला
पीड़िता का आरोप है कि शादी का झांसा देकर आरोपी ने उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए। जब महिला ने शादी का दबाव बनाया, तो आरोपी का असली चेहरा सामने आ गया। जसीम ने न केवल शादी से इनकार कर दिया, बल्कि महिला को डराना-धमकाना भी शुरू कर दिया।
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निजी वीडियो का दुरुपयोग: आरोपी ने कथित तौर पर महिला के कुछ निजी वीडियो रिकॉर्ड कर लिए थे।
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धमकी: उसने धमकी दी कि यदि महिला ने पुलिस से शिकायत की या उसका पीछा नहीं छोड़ा, तो वह उन वीडियो को सार्वजनिक कर देगा या इंटरनेट पर वायरल कर देगा।
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मानसिक प्रताड़ना: महिला लंबे समय तक इस मानसिक उत्पीड़न को सहती रही, जिसके बाद उसने हिम्मत जुटाकर दिल्ली पुलिस का दरवाजा खटखटाया।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई: आरोपी की पहचान और तलाश
शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी मोहम्मद जसीम के खिलाफ आईपीसी/बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत यौन शोषण, धोखाधड़ी और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या जसीम ने इसी तरह अन्य महिलाओं को भी अपना शिकार बनाया है।
वैवाहिक धोखाधड़ी से बचने के लिए विशेषज्ञों की सलाह
इस तरह के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:
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पहचान की पुष्टि: यदि कोई व्यक्ति खुद को सरकारी या रक्षा अधिकारी बताता है, तो उसके कार्यालय या पहचान पत्र की गहन जांच करें।
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निजी जानकारी साझा न करें: शुरुआती मुलाकातों में अपनी निजी तस्वीरें या वीडियो साझा करने से बचें।
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पारिवारिक पृष्ठभूमि: शादी का फैसला लेने से पहले आरोपी के घर और परिवार के बारे में स्वतंत्र रूप से जानकारी जुटाएं।
निष्कर्ष: डिजिटल युग में सतर्कता ही बचाव
दिल्ली की यह घटना एक चेतावनी है कि ऑनलाइन या सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाली मुलाकातों में कितनी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि आरोपी को जल्द ही कानून के शिकंजे में लिया जाएगा और पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा।



