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कोलकाता में मेसी मैजिक: ‘सिटी ऑफ जॉय’ में उतरे फुटबॉल के सम्राट, नारों और जुनून से गूंज उठा महानगर

कोलकाता: फुटबॉल की दुनिया के सबसे चमकते सितारों में शुमार और करोड़ों दिलों की धड़कन लियोनेल मेसी आखिरकार आज कोलकाता पहुंच गए। ‘सिटी ऑफ जॉय’ में मेसी के आगमन को लेकर जो उत्साह और बेसब्री पिछले कई हफ्तों से महसूस की जा रही थी, वह मंगलवार को सड़कों पर उमड़े जनसैलाब में तब्दील हो गई। अपने चहेते खिलाड़ी की एक झलक पाने के लिए हजारों फैंस बैनर, पोस्टर और अर्जेंटीना के झंडे थामे सड़कों पर निकल आए।

हालात ऐसे बन गए कि सुरक्षा कारणों से मेसी को तय रास्ते के बजाय वैकल्पिक मार्ग से होटल तक ले जाना पड़ा। कोलकाता एयरपोर्ट से लेकर होटल तक का पूरा इलाका बैरिकेडिंग, भारी पुलिस बल और सुरक्षा एजेंसियों की सख्त निगरानी में रहा। हर तरफ सिर्फ एक ही नारा गूंज रहा था—“मेसी! मेसी!”

निजी जेट से आगमन, चंद लोगों को मिली झलक

सूत्रों के अनुसार, लियोनेल मेसी देर रात अपने निजी Gulfstream V विमान से कोलकाता पहुंचे। सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी थी कि एयरपोर्ट पर आम लोगों को उनके करीब जाने की कोई अनुमति नहीं दी गई। मेसी को देखने का सौभाग्य केवल कुछ एयरपोर्ट स्टाफ और सुरक्षा अधिकारियों को ही मिल सका, जिन्होंने उन्हें विमान से उतरते हुए एक पल के लिए देखा।

एयरपोर्ट के बाहर हजारों प्रशंसक आधी रात तक इंतजार करते रहे, लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते मेसी को सीधे रात करीब 3:30 बजे होटल ले जाया गया। बैक एंट्रेंस से कराई गई एंट्री के कारण बाहर मौजूद सैकड़ों समर्थकों को निराशा हाथ लगी, हालांकि इसके बावजूद उनका उत्साह कम नहीं हुआ।

होटल हयात रीजेंसी में ‘मेसी-मय’ माहौल

मेसी के ठहरने के लिए कोलकाता के प्रतिष्ठित होटल हयात रीजेंसी को पूरी तरह से हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में तब्दील कर दिया गया। होटल की लॉबी देर रात तक “मेसी! मेसी!” के नारों से गूंजती रही। आसमानी रंग की अर्जेंटीना जर्सियां, स्कार्फ, पोस्टर और फ्लैग्स के बीच बच्चे, परिवार और युवा समर्थक घंटों इंतजार करते नजर आए।

कई फैंस तो होटल की लॉबी की सोफों पर बैठे-बैठे ही झपकी लेते दिखे, इस उम्मीद में कि शायद उन्हें अपने हीरो की एक झलक मिल जाए। कुछ कट्टर समर्थकों ने तो होटल में कमरे तक बुक कर लिए, ताकि वे मेसी के जितना संभव हो सके उतना करीब रह सकें।

मेसी ने होटल के कमरा नंबर 730 में चेक-इन किया, जबकि सुरक्षा कारणों से पूरी सातवीं मंज़िल को सील कर दिया गया। होटल स्टाफ और सुरक्षा एजेंसियों को छोड़कर किसी भी व्यक्ति को उस फ्लोर तक जाने की अनुमति नहीं दी गई।

पुराने साथियों संग भारत दौरे पर मेसी

इस खास दौरे में लियोनेल मेसी अकेले नहीं हैं। उनके साथ उनके पुराने क्लब बार्सिलोना के साथी और करीबी दोस्त लुईस सुवारेज़ तथा अर्जेंटीना राष्ट्रीय टीम के मिडफील्डर रोड्रिगो डे पॉल भी मौजूद हैं। तीनों खिलाड़ियों की मौजूदगी ने फैंस का उत्साह और भी बढ़ा दिया है।

फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह किसी सपने के सच होने जैसा है, क्योंकि भारत में इतने बड़े स्तर पर एक साथ इतने दिग्गज खिलाड़ियों की मौजूदगी दुर्लभ मानी जाती है।

72 घंटों में चार शहर, हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम

आगामी 72 घंटों में मेसी का कार्यक्रम बेहद व्यस्त रहने वाला है। कोलकाता के बाद वे हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली का दौरा करेंगे। इस दौरान उनकी मुलाकात कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, शीर्ष कॉरपोरेट नेताओं, बॉलीवुड के नामचीन सितारों और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी होने की संभावना है।

सूत्रों के मुताबिक, यह दौरा केवल खेल से जुड़ा नहीं है, बल्कि भारत में फुटबॉल की ब्रांड वैल्यू, युवा प्रेरणा और अंतरराष्ट्रीय खेल कूटनीति के लिहाज से भी बेहद अहम माना जा रहा है।

कोलकाता और फुटबॉल: एक भावनात्मक रिश्ता

कोलकाता को लंबे समय से भारत की फुटबॉल राजधानी कहा जाता रहा है। मोहन बागान, ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन स्पोर्टिंग जैसे ऐतिहासिक क्लबों की धरती पर मेसी का आगमन फैंस के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है। यही वजह है कि शहर में मेसी के स्वागत का नज़ारा किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय फाइनल मैच जैसा दिखा।

फुटबॉल जानकारों का कहना है कि मेसी की मौजूदगी भारत, खासकर कोलकाता में फुटबॉल के प्रति नई पीढ़ी के आकर्षण को और मजबूती देगी।

निराशा के बीच भी जुनून कायम

हालांकि कड़ी सुरक्षा के चलते अधिकांश फैंस मेसी को देख नहीं पाए, लेकिन इसके बावजूद उनके चेहरे पर निराशा से ज्यादा गर्व और खुशी दिखाई दी। कई समर्थकों ने कहा कि “मेसी का हमारे शहर में होना ही हमारे लिए सबसे बड़ी खुशी है।”

रात के सन्नाटे में भी होटल के बाहर खड़े फैंस के नारों ने यह साबित कर दिया कि लियोनेल मेसी सिर्फ एक फुटबॉलर नहीं, बल्कि एक वैश्विक भावना हैं।

एक ऐतिहासिक दौरा

कुल मिलाकर, लियोनेल मेसी का यह भारत दौरा—खासतौर पर कोलकाता आगमन—भारतीय खेल इतिहास के यादगार पलों में दर्ज हो चुका है। यह दौरा न केवल फुटबॉल प्रेमियों के लिए, बल्कि भारत की खेल संस्कृति और वैश्विक पहचान के लिए भी एक महत्वपूर्ण अध्याय साबित हो रहा है।

मेसी के हर कदम के साथ देश भर की निगाहें उनके कार्यक्रमों और मुलाकातों पर टिकी हुई हैं—और कोलकाता में शुरू हुआ यह ‘मेसी मैजिक’ आने वाले दिनों में और भी रंग बिखेरने वाला है।

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