
नई दिल्ली: उत्तर भारत एक बार फिर ठंड, कोहरे और शीत लहर की संयुक्त मार झेल रहा है। मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार देर रात एक व्यापक कोहरा चेतावनी जारी की, जिसमें उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बहुत घना कोहरा छाने की संभावना जताई गई है। इसी के साथ मध्य भारत के कई हिस्सों में शीत लहर की स्थिति बनी हुई है, जबकि पंजाब और हरियाणा इस समय कड़ाके की ठंड की गिरफ्त में हैं।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह में मौसम सामान्यतः ठंडा रहता है, लेकिन इस बार हवा की दिशा, पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति और धरातलीय ठंडक के कारण कोहरा और ठंड—दोनों अपने चरम पर हैं।
सुबह के समय सबसे ज्यादा रहेगा कोहरे का असर
मौसम विभाग के अनुसार, 11 दिसंबर की देर रात से लेकर 12 दिसंबर की सुबह तक उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों—गोरखपुर, देवरिया, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, बलिया और आसपास के इलाकों—में दृश्यता बेहद कम रहने की संभावना है। विभाग ने इसे ‘बहुत घना कोहरा’ (Very Dense Fog) की श्रेणी में रखा है, जिसमें दृश्यता 0 से 50 मीटर तक रह सकती है।
इस खतरे को देखते हुए विभाग ने लोगों को सुबह के समय घरों से निकलने से बचने की सलाह दी है।
अधिकारियों ने कहा है कि यदि यात्रा करना बिल्कुल आवश्यक हो, तो:
- वाहन बहुत धीमी गति से चलाएं
- फॉग लाइट, लो बीम और डिपर का उपयोग करें
- ओवरटेक और हाईवे ड्राइविंग से बचें
- ट्रैफिक पुलिस के निर्देशों का पालन करें
IMD के अनुसार, सुबह 5 से 9 बजे के बीच कोहरे की तीव्रता चरम पर रहती है, जिसके बाद सूर्य निकलने पर थोड़ी राहत मिलती है। हालांकि हवा की गति धीमी होने पर कोहरा देर तक टिका रह सकता है।
11 राज्यों में कोहरे का रेड अलर्ट
IMD की रिपोर्ट में बताया गया कि अगले 24 घंटों में इन राज्यों में घना से बहुत घना कोहरा रहेगा:
- उत्तर प्रदेश (पूर्वोत्तर) – बहुत घना कोहरा
- बिहार – घना कोहरा
- असम और मेघालय
- हिमाचल प्रदेश (मैदानी और निचले पहाड़ी क्षेत्र)
- नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा
- ओडिशा
- उत्तराखंड (निचले पर्वतीय क्षेत्र)
इसके साथ ही, कई हिस्सों में दृश्यता 200 मीटर से भी कम रहने की संभावना है।
मध्य भारत में शीत लहर: पांच दिनों से जारी प्रकोप
उत्तर भारत की तरह मध्य भारत भी इस समय ठंड की मार झेल रहा है। पश्चिमी मध्यप्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और उत्तरी ओडिशा में शीत लहर का प्रकोप बीते पांच दिनों से जारी है।
इन राज्यों में न्यूनतम तापमान लगातार सामान्य से 3–5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रिकॉर्ड किया गया है।
IMD वैज्ञानिकों के अनुसार:
- तेज़ उत्तरी हवाएँ
- रात के समय साफ आसमान
- और धरातल पर नमी
इन तीन कारणों से ठंड और भी अधिक तीखी महसूस हो रही है।
हालांकि, विभाग ने संकेत दिया है कि अगले दो से तीन दिनों में इन राज्यों में न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि हो सकती है, जिससे लोगों को आंशिक राहत मिलेगी।
उत्तर भारत में तापमान सामान्य, लेकिन कोहरा बढ़ाएगा मुश्किलें
दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य या सामान्य से थोड़ा कम रिकॉर्ड किया गया है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान में गिरावट उतनी तीखी नहीं है जितनी अक्सर सर्दियों के चरम समय में होती है, लेकिन अत्यधिक कोहरा ठंड के प्रभाव को बढ़ा देता है।
12 और 13 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश में घना कोहरा छा सकता है।
पूर्वोत्तर के राज्य—असम, मेघालय और त्रिपुरा—में भी दृश्यता प्रभावित होने की संभावना है।
पंजाब–हरियाणा में कड़ाके की ठंड, रूपनगर सबसे ठंडा
पंजाब और हरियाणा में सर्दी इस समय चरम पर है।
पंजाब का रूपनगर (रोपड़) मंगलवार को राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 3.6°C दर्ज किया गया।
पंजाब के प्रमुख शहरों का तापमान:
- अमृतसर – 6.1°C
- लुधियाना – 9.2°C
- पटियाला – 10.1°C
हरियाणा के प्रमुख शहरों का तापमान:
- अंबाला – 10.9°C
- हिसार – 6.7°C
चंडीगढ़ में भी सर्दी का असर स्पष्ट दिखा और शहर का न्यूनतम तापमान 8.6°C रिकॉर्ड किया गया।
पर्यटन स्थलों जैसे कि मोरनी हिल्स और किन्नौर की ओर जाने वाले रूटों पर भी घने कोहरे के कारण आवाजाही प्रभावित हुई।
कोहरे का अर्थव्यवस्था और परिवहन पर प्रभाव
विशेषज्ञों के अनुसार, घना कोहरा केवल दृश्यता ही नहीं घटाता, बल्कि:
- हवाई सेवाओं की रद्द/विलंब
- रेल यातायात प्रभावित
- हाईवे पर दुर्घटनाओं में वृद्धि
- स्कूल बसों की देरी
- फसलों पर ओस और धुंध का असर
जैसे कई चुनौतियाँ पैदा करता है।
उत्तर भारत के कई एयरपोर्ट पर मंगलवार रात से ही कई उड़ानें डायवर्ट या देरी से चल रही हैं। रेलवे ने भी कोहरे की वजह से कई ट्रेनों की गति घटाने और कुछ को शॉर्ट-टर्मिनेट करने का निर्णय लिया है।
आने वाले दिनों में मौसम का रुख
मौसम विभाग के अनुसार:
- 12–13 दिसंबर: उत्तर भारत में कोहरा चरम पर रहेगा
- 14–15 दिसंबर: तापमान में हल्की गिरावट संभव
- पूर्वी भारत में ठंड धीरे-धीरे अपने असर में बढ़ोतरी करेगी
- मध्य भारत को 2–3 दिन में हल्की राहत
- हिमालयी इलाकों में अगले सप्ताह पश्चिमी विक्षोभ की संभावना, जिससे नए मौसम परिवर्तन हो सकते हैं
निष्कर्ष
उत्तर भारत इस समय एक जटिल मौसम परिस्थिति से गुजर रहा है, जिसमें ठंड, कोहरा और शीत लहर तीनों का संयुक्त प्रभाव दिखाई दे रहा है। IMD द्वारा जारी अलर्ट यह दर्शाता है कि आने वाले 2–3 दिन विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण होंगे। यात्रियों और आम नागरिकों से अपील है कि वे सुबह के समय सावधानी बरतें, अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम विभाग के अपडेट पर नजर रखें।



